ABC NEWS: शीतलहर के साथ ही कानपुर चिड़ियाघर में वन्यजीवों को सर्दी से बचाने के विशेष इंतजाम किए गए हैं. बाघ, तेंदुओं और शेरों के लिए बाड़ों में हीटर लगाए गए हैं तो अजगरों को कंबल ओढ़ाया गया है. इतना ही नहीं, रहन-सहन के साथ ही उनका खानपान भी बदल गया है. सर्द तासीर वाले फल अमरूद, मौसमी की जगह अब बादाम और अखरोट दिया जा रहा है.
चिड़ियाघर के पशु चिकित्सक डॉ. नासिर के मुताबिक, बाघ और शेर को गर्मी में दस किलोग्राम मीट दिया जाता है, पर बढ़ती सर्दी में उनकी खुराक बढ़ा दी गई है. अब नर को 12 किलो मीट और मादा को दस किलो मीट दिया जा रहा है. वहीं, तेंदुए को रोजाना चार किलो मीट दिया जाने लगा है. साथ ही बाड़े को शीतलहर से बचाने के लिए पॉलीथिन और हरे कपड़े का कवर बनाया गया है. बाड़े में बैठने के लिए लकड़ी के पटरे बिछाए गए हैं जिससे तापमान नियंत्रित रहे.
हिरण सफारी में लगा इंफ्रारेड बल्ब हिरण, चिंकारा, बारासिंहा, काला हिरण, बार्किंग बियर को गर्म रखने को गुड़ दिया जाने लगा है. इनके बाड़ों में पुआल बिछाया गया है. हिरण सफारी को गर्म रखने को इंफ्रारेड बल्ब लगाए गए हैं.
पक्षी घर में डाला जाएगा समुद्री फेन
पक्षियों को मूंगफली, मक्का दिया जाने लगा है. पक्षी घर में अगले सप्ताह समुद्री फेन (कैल्शियम उत्पाद) डलवाया जाएगा. इसे खाने से पक्षियों में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है. वहीं, कई दिनों से अमरूद और मौसमी फलों का स्वाद चख रहे मकाऊ तोतों को अब सर्दी से बचाने को अखरोट और बादाम भी दिया जाने लगा है. अंडे डॉ.नितेश कटियार के मुताबिक भालुओं को सर्दीभर रोजाना अंडे दिए जाएंगे. अब तक दी जा रही आइसक्रीम बंदकर इसकी जगह शहद दिया जाने लगा है.
चिड़ियाघर की शान हैं ये जानवर
जू में शावक लूना को मिलाकर कुल नौ बाघ हैं. इनमें से प्रशांत, त्रुशा, बादल, बघीरा, पीलीभीत से लाया गया आदमखोर मुल्लू और उसकी बहन मालती येलो टाइगर हैं. यहां व्हाइट टाइगर लव और सावित्री का जोड़ा भी है. दो नर शेर शंकर,अजय समेत तीन शेरनियां उमा, नंदनी, सुंदरी हैं.