ABC News: कानपुर में दीपावली के तीसरे दिन गोवर्धन पूजन का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. सूर्यग्रहण के चलते मंगलवार की वजह बुधवार को पूजन किया जा रहा है. इस्कॉन मंदिर, गौशालाओं और मारवाड़ी कॉलेज सब्जी मंडी में भगवान को भोग लगाने के लिए बड़ी संख्या में लोग सब्जी खरीद रहे हैं.
घरों में लोगों ने विधि विधान के साथ पूजन किया। सुबह उठकर पहले स्नान किया. इसके बाद गाय के गोबर से गोवर्धन बनाएं और उनकी पूजा अर्चना की. घरों में लोगों ने अन्नकूट की सब्जी बनाकर प्रसाद खाया. आज के दिन लोग गोवर्धन बनाने के बाद भगवान श्री कृष्ण, गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा अर्चना करते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोग पूजन कर रहे हैं. गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण को 56 या 108 तरह के पकवानों का भोग लगाया जाता है. लोगों ने सबसे पहले गोवर्धन पर रोली व चावल चढ़ाएं फिर खीर बतासे चढ़ाएं, फूल चढ़ाने के बाद दीपक जलाकर गोवर्धन की आरती उतारी.
मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने इंद्र देव के अहंकार को परास्त किया व ब्रजवासियों को इंद्र के भय से बचाया. इसी उपलक्ष्य में गोवर्धन पूजा की जाती है. गौशाला सोसायटी में भौंती में गोवर्धन पूजन का कार्यक्रम हर्षल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें महिलाएं रंग-बिरंगे परिधान में नृत्य कर गाय के गोबर से बने गोवर्धन पर्वत की पूजा कर रही हैं. इस मौके पर खादी ग्राम उद्योग मंत्री राकेश सचान व विधायक सुरेंद्र मैथानी ने गौशाला भौंती में आ कर गोवर्धन की पूजा आरती कर गिरिराज के महत्व पर प्रकाश डाला.