ABC News: पितृपक्ष के अंतिम दिन सर्व पितृ अमावस्या पर पूरी श्रद्धा और रीति रिवाजों के साथ पितरों को विदाई दी गई. पितृ विसर्जन अमावस्या पर सुबह से ही गंगाघाटों पर लोगों की भीड़ दिखाई दिया.
पितृ पक्ष का आखिरी दिन होेने की वजह से अधिकतर लोगों ने गंगा घाटों की तरफ रूख किया. यहां पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूर्वजों के लिए तर्पण, श्राद्ध आदि अनुष्ठान किए गए. इसके अलावा अमावस्या के दिन उन पूर्वजों का भी तर्पण, पिंडदान आदि किया गया. जिनकी मृत्यु की तिथि लोगों को ज्ञात नहीं होती है. घाट पर मौजूद पुरोहितोें ने पूजन कराने के साथ ही पितृपक्ष की महिमा के बारे में भी बताया.
इस दौरान बिठूर, परमट, सरसैयाघाट, भगवतदास घाट, मैस्कर घाट आदि जगहों पर लोगों की भीड़ देखी गई. पितरों की विदाई के साथ ही लोगों ने सुख समृद्धि की कामना भी की. इसके अलावा सरसैयाघाट पर बलिदानियों, क्रांतिकारियों और उन सभी लोगों का तर्पण किया गया, जिनकी किसी न किसी दुघर्टना में मौत हो गई.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी