ABC News: उमसभरी गर्मी बच्चों के लिए आफत बनती जा रही है. अचानक बच्चों के बीमार होने से डॉक्टर भी हैरान होने लगे हैं. शनिवार को दिमागी बुखार से एक बच्चे की मौत हो गई. इसके शिकार तीन और बच्चों को हैलट के बाल रोग इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है. पहले से पीड़ित पांच बच्चे फॉलोअप के लिए आए हैं.
दूसरे दिन भी बीमार बच्चों का हैलट के बाल रोग विभाग में पहुंचना जारी रहा. अब ये बीमार बच्चों के कारण ओवरलोड हो चुका है. दोपहर तक 219 बच्चे भर्ती रहे. इनमें दिमागी बुखार, डायरिया, निमोनिया के सर्वाधिक बच्चे भर्ती हैं. औरैया के बच्चे दीपक (4) की इमरजेंसी में दिमागी बुखार से मौत हो गई. डॉ. अमितेश सिंह की ओपीडी में चार घंटे में 283 बच्चे देखे गए और पांच बच्चों को भर्ती कर इलाज भी शुरू कर दिया गया. डॉ. अमितश सिंह के अनुसार, इनमें 2 बच्चों को निमोनिया और तीन को डायरिया हुआ है. उधर, बाल रोग हेड प्रो. यशवंत राव कहना है कि वायरल और गैस्ट्रो के शिकार बच्चों की भीड़ ने पूर्व के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. हर दिन दिमागी बुखार के बच्चे भर्ती हो रहे हैं. अब तो जगह भी कम पड़ गई है लेकिन किसी को लौटाया नहीं जा रहा है.