ABC News: आपकी थाली से दाल की कटोरी फिर से महंगाई की भेंट चढ़ने वाली है. रोटी के साथ दाल खाना आपके लिए आफत होने वाला है. क्योंकि अरहर दाल के दाम एक बार फिर 200 रुपये प्रति किलो के पार जा पहुंचा है. ऑनलाइन फूड ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म्स पर दालों की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है. सरकार के तमाम दावे और कोशिशों के बावजूद अरहर दाल की कीमतों में तेल आग लगी हुई है.
ऑनलाइन ग्रॉसरी स्टोर्स पर अरहर दाल की कीमतों पर नजर डालें तो 27 जून को बिग बास्केट पर एक किलो ब्रांडेड अरहर दाल की कीमत 219 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंचा है. 500 ग्राम के अरहर दाल का पैकेट 102.90 रुपये में मिल रहा है. एक दूसरे ऑनलाइन ग्रॉसरी शॉप ग्रॉफर्स पर ब्रांडेड अरहर दाल 192 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है. पिछले 4 से 5 दिनों में अरहर दाल के दामों में ये तेज उछाल देखने को मिली है. देश के खुदरा बाजार में कीमतों पर नजर रखने वाले डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन के मुताबिक 26 जून को अरहर दाल का औसत मूल्य 129.4 रुपये प्रति किलो और अधिकत्तम मूल्य 180 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंचा है. जबकि एक अप्रैल को औसत मूल्य 115.18 रुपये और अधिकत्तम मूल्य 144 रुपये प्रति किलो था. वहीं इसी वर्ष एक जनवरी को औसत मूल्य 110.45 रुपये किलो तो अधिकत्तम मूल्य 131 रुपये प्रति किलो था. यानि जनवरी से लेकर अब तक अरहर दाल की अधिकत्तम मूल्य में 37 फीसदी का उछाल देखने को मिला है जबकि औसत मूल्य कीमतों में 17.15 फीसदी का इजाफा हुआ है. अरहर दाल की कीमतों पर नकेल कसने के लिए सरकार ने कई फैसले लिए हैं इसके बावजूद कीमतों पर लगाम नहीं लग पा रही है. अरहर दाल की कीमतों को लेकर सरकार लगातार राज्यों के साथ बैठक करती रही है. केंद्र सरकार ने राज्यों से अरहर और उड़द दाल की कीमतों पर पैनी नजर बनाये रखने के साथ स्टॉक पोजीशन को वेरिफाई करते रहने के लिए कहा है. स्टॉक लिमिट ऑर्डर का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी है. केंद्र सरकार पहले ही अरहर और उड़द दाल के स्टॉक रखने पर लिमिट लगा चुकी है जिससे कीमतों में भारी बढ़ोतरी को रोका जा सके. सरकार ने दाल आयात करने वाले इंपोर्टरों को कस्टम क्लीरेंस मिलने के बाद 30 दिनों के भीतर बाजार में दाल उतारने की हिदायत भी दी है. लेकिन आम लोगों के सरकार की कोशिशों के बावजूद दाल की कीमतों के बढ़ने का सिलसिला जारी है.