ABC NEWS: लंदन के द ओवल मैदान पर जारी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप यानी डब्ल्यूटीसी का फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर शिकंजा कसा हुआ है. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक कंगारुओं ने टीम इंडिया पर 296 रनों की बढ़त बना ली है. अगर भारत को अब यह मैच जीतना है तो उन्हें इतिहास रचना होगा. जी हां, अगर टीम इंडिया को यह मैच जीतना है तो उन्हें 121 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ना होगा. यह रिकॉर्ड है ओवल के मैदान पर सबसे बड़ा टारगेट चेज करने का. जी हां, 1902 में इंग्लैंड ने इस मैदान पर 263 रनों का स्कोर चेज कर इतिहास रचा था. इस कारनामे के हुए अब 121 साल बीत गए हैं, ना तो इंग्लैंड और ना ही कोई अन्य टीम अभी तक इस रिकॉर्ड को धवस्त कर पाई है.
ऑस्ट्रेलिया अब इस स्कोर से आगे निकल चुका है। मैच के चौथे दिन कंगारुओं की नजरें भारत के सामने कम से कम 400 रन का लक्ष्य रखने पर होगी. मॉर्डन डे क्रिकेट में यह स्कोर ज्यादा मुश्किल नहीं है, मगर देखने वाली बात यह होगी कि टीम इंडिया इस स्कोर का पीछा किस अंदाज में करती है.
द ओवल में चेज हुए सबसे बड़े टारगेट
इंग्लैंड- 263/9 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1902
वेस्टइंडीज- 255/2 बनाम वेस्टइंडीज, 1963
ऑस्ट्रेलिया- 242/5 बनाम इंग्लैंड, 1972
वेस्टइंडीज- 226/2 बनाम इंग्लैंड, 1988
भारत को अगर टारगेट चेज करने के लिए कम से कम चार सेशन का समय मिलता है तो टीम इंडिया पहले दो या ढाई सेशन तक चेज करने के बारे में ही सोचेगी. अगर तब तक टीम इंडिया को अहसास हो जाता है कि बचे हुए समय में इस टारगेट को चेज करना कठिन है तो रणनीति में बदलाव कर भारत ड्रॉ की ओर जाएगा. वहीं ऑस्ट्रेलिया की नजरें इस मैच को हर हाल में जीतने पर होगी क्योंकि पहले ही दिन से इस टीम ने भारत पर शिकंजा कसा हुआ है. अगर यहां से ऑस्ट्रेलिया को हार मिलती है या फिर मुकाबला ड्रॉ होता है तो कंगारु इसे पचा नहीं पाएंगे.
बता दें, टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ के शतकों के दम पर बोर्ड पर 469 रनों का विशाल स्कोर लगाया था. इस स्कोर के सामने भारत की पहली पारी 296 रनों पर सिमट गई थी. ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 123 रन बना लिए हैं.