ABC NEWS: विजयादशमी के मौके पर पूरे देश में रावण का पुतला दहन हो रहा है. यूपी के चंदौली में भी रावण दहन को लेकर बड़ा कार्यक्रम किया गया था. मेला भी लगा हुआ था. हजारों की संख्या में लोग रावण दहन देखने पहुंचे थे. तभी ग्राउंड में अचानक से आवारा मवेशी घुस आए. भीड़ के बीच जैसे ही कई सारे सांड और आवारा कुत्ते पहुंचे तो वहां पर भगदड़ मच गई. हर कोई खुद को बचाने के लिए भागने लगा. इसके कारण वहां पर भगदड़ सा माहौल बना गया.
घटना के वीडियो भी सामने आए हैं. वहीं, आवारा मवेशियों के ग्राउंड में प्रवेश करने वाला वीडियो यूपी के पूर्व सीएम सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट के जरिए जनता की सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
प्रशासन का कार्य मेलों के लिए न केवल अनुमति देना बल्कि सुरक्षा व्यवस्था देखना भी होता है। यदि मेले में खुले घूमते हुए अन्ना पशु मेला प्रशासन और पुलिस को नहीं दिख रहे हैं तो उन असामाजिक तत्वों से जनता की सुरक्षा कैसे होगी जो दिखते भी नहीं हैं।
जनता की हिफ़ाज़त करना सरकारों का… pic.twitter.com/BhqyNZKxPo
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 24, 2023
कार्यक्रम में पहुंचे थे केंद्रीय मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पाण्डेय, कई लोग हुए चोटिल
दरअसल, चंदौली के दीनदयाल नगर के मानसनगर कालोनी में रावण दहन कार्यक्रम चल रहा था. तभी अचानक से कई सांड और आवारा कुत्ते वहां घुस आए जहां पर रावण का पुतला मौजूद था. इसके बाद सांडों के बीच लड़ाई होने लगी. देखते ही देखते हजारों की संख्या में मौजूद लोगों की भीड़ में भी सांड जा पहुंचे. इसके बाद यहां पर भगदड़ मच गई. सुरक्षा में तैनात पुलिसवाले सांड के पीछे-पीछे दौड़ते नजर आए और भीड़ को हटाते नजर आए.
वहीं, खुद के बीच हट्टे-कट्टे सांड को देखकर वहां मौजूद लोग हैरान रह गए. हर कोई खुद को बचाता नजर आया. इसके कारण ग्राउंड में भगदड़ का माहौल बन गया. सांड के कारण मची भगदड़ में कुछ लोग चोटिल हुए हैं. हालांकि, किसी भी को गंभीर चोट नहीं आई है. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पाण्डेय पहुंचे हुए थे साथ ही भाजपा के दो विधायक भी मौजूद थे.मगर, यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
अखिलेश यादव ने साधा प्रदेश सरकार पर निशाना
वहीं, यूपी के पूर्व सीएम सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना का वीडियो ट्वीट करते हुए प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है ”प्रशासन का कार्य मेलों के लिए न केवल अनुमति देना बल्कि सुरक्षा व्यवस्था देखना भी होता है. यदि मेले में खुले घूमते हुए अन्ना पशु मेला प्रशासन और पुलिस को नहीं दिख रहे हैं तो उन असामाजिक तत्वों से जनता की सुरक्षा कैसे होगी जो दिखते भी नहीं हैं. जनता की हिफ़ाज़त करना सरकारों का सबसे संवेदनशील कर्तव्य होता है.”