ABC NEWS: गुजरात के जूनागढ़ में सड़क पर बनी अवैध दरगाह हटाने के नोटिस को लेकर शुक्रवार रात जमकर बवाल हुआ. इस दौरान करीब 300 लोगों की भीड़ ने पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी. हस हमले एक डीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं. इस घटना से पूरे इलाके में तनाव है, लेकिन फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस पूरे इलाके में गश्त कर रही है. इस घटना में एक शख्स की मौत भी हो गई है.
जिन लोगों ने दरगाह को लेकर बवाल किया और चार पुलिस वालों को घायल किया, उन्हें देर रात गिरफ़्तार कर लिया गया. सभी को पुलिस ने उसी दरगाह के सामने खड़ा किया गया और बेल्ट से उनकी जमकर पिटाई की
पुलिस पर हमला
शाम सात बजे से ही लोग इकठ्ठा होना शुरू हुए और नौ बजे 200- 300 लोग पहुंच गए और दरगाह के चारों तरफ इकठ्ठा हो हुए. जब पुलिस ने उनको इस जगह से हटाने की कोशिश की तो पत्थर फेंकने लगे और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. हमले में एक डिप्टी एसपी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और पुलिस पूरे शहर में चप्पे-चप्पे की जांच कर रही है.
क्या है मामला
दरअसल जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचोबीच एक दरगाह बनी है. इसे हटाने के लिए महानगर पालिका की ओर से सीनियर टाउन प्लानर ने एक नोटिस जारी किया था. नोटिस में लिखा गया था कि ये धार्मिक स्थल अवैध तरीके से बनाया गया है. पांच दिनों के अंदर ये धार्मिक स्थल के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश किए जाए वरना ये धार्मिक स्थल तोड़ा जाएगा और इसका खर्च आपको देना होगा. धार्मिक स्थल (दरगाह) के डिमोलेशन का नोटिस लगाने महानगर पालिका के अधिकारी पहुंचे थे. नोटिस पढ़ते ही असमाजिक तत्व इकठ्ठा हो गए और नारे लगाने लगे. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वो हमलावर हो गए.
नोटिस में कही गई थी ये बात
जूनागढ़ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा नोटिस में जो बातें कहीं गई उसमें कहा गया, ‘आपको एतद्द्वारा सूचित किया जाता है कि सतर्कता के तहत माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार कोई धार्मिक दबाव ना डाला जाए और जूनागढ़ नगर निगम सीमा के भीतर सार्वजनिक स्थल पर अवैध रूप से धार्मिक दबाव डाला गया है. जिसके संबंध में आपको सूचित किया जाता है कि आधिकारिक आधार प्रमाण/स्वामित्व प्रमाण यहां दिनांक-5 पर प्रस्तुत करें.’