ABC NEWS: गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद अब जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को एक और बढ़ा झटका लगने वाला है. यहां कांग्रेस से नेताओं के इस्तीफों की झड़ी लगने जा रही है. जम्मू कश्मीर में पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी, मनोहर लाल शर्मा समेत 51 बडे़ नेता जल्द इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि ये सभी नेता रविवार को आजाद के नेतृत्व वाली नई पार्टी जॉइन करेंगे.
कांग्रेस से जो 51 नेता इस्तीफा देने जा रहे हैं, उनमें पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी, घारू चौधरी, मनोहर लाल शर्मा, पूर्व विधायक बलवान सिंह, जम्मू कश्मीर कांग्रेस के सचिव नरिंदर शर्मा और महासचिव गौरव मगोत्रा शामिल हैं.
ये नेता देंगे इस्तीफा
तारा चंद (पूर्व डिप्टी सीएम), माजिद वानी (पूर्व मंत्री), बलवान सिंह (जम्मू कश्मीर कांग्रेस महासचिव) , घारू चौधरी (पूर्व मंत्री), मनोहर लाल शर्मा (पूर्व मंत्री), गुलाम हैदर मालिक , विनोद शर्मा, विनोद मिश्रा, नरिंदर शर्मा, मसूद, परविंदर सिंह, अराधना अंदोत्रा, संतोष महनास, संतोष मनजोत्रा, वरुण मंगोत्रा, रेहाना अंजुम, रसपौल भारद्वाज, तीरथ सिंह, नीरज चौधरी, सरनाम सिंह, राजदेव सिंह, अशोक भगत, अश्विनी शर्मा, बद्री शर्मा, जगतार सिंह, दलजीत सिंह, मदन लाल शर्मा, काली दास, करनैल सिंह, करण सिंह, गोविंद राम शर्मा, राम लाल भगत, केवल कृष्ण, देवेंद्र सिंह बिंदू, कुलभूषण कुमार समेत 51 लोग इस्तीफा देंगे.
आजाद ने नई पार्टी के गठन का किया ऐलान
लंबे वक्त से नाराज चल रहे गुलाम नबी आजाद ने पिछले हफ्ते कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. वे कांग्रेस के नाराज नेताओं के जी-23 गुट में भी शामिल थे. जी-23 गुट कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करता रहा है. आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ऐलान किया कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा है कि वे जम्मू कश्मीर में नई पार्टी का गठन करेंगे और विधानसभा चुनाव में उतरेंगे.
ऐसा है आजाद का राजनीतिक करियर
– गुलाम नबी आजाद का जन्म 7 मार्च 1949 को जम्मू कश्मीर के डोडा में हुआ. उन्होंने कश्मीर यूनिवर्सिटी से M.Sc किया है. वे 1970 के दशक से कांग्रेस से जुड़े.
– वे 1975 में जम्मू कश्मीर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे. 1980 में उन्होंने यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था. वे पहली बार 1980 में महाराष्ट्र के वाशिम से लोकसभा चुनाव जीते थे. इसके बाद उन्हें 1982 में केंद्रीय मंत्री बनाया गया था. वे 1984 में भी इसी सीट से जीते.
– आजाद 1990-1996 तक महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद रहे. वे नरसिम्हा राव की सरकार में भी मंत्री रहे. वे 1996 से 2006 तक जम्मू कश्मीर से राज्यसभा पहुंचे.
– वे 2005 में जम्मू कश्मीर के सीएम भी बने. हालांकि, 2008 में पीडीपी ने कांग्रेस से समर्थन वापस ले लिया था. इसके बाद आजाद की सरकार गिर गई थी.
– आजाद मनमोहन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रहे. 2014 में आजाद को राज्यसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया था. 2015 में आजाद को जम्मू कश्मीर से राज्यसभा भेजा गया था.