ABC News: बांदा के बेर्रावं गांव के मजरा अमरहिया पुरवा में शुक्रवार रात ताबड़तोड़ गोलीबारी से दहशत फैल गई. लाइसेंसी बंदूक और तमंचे से की गई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए. नशे के बाद पारिवारिक पड़ोसी से मारपीट और उसकी पत्नी से अभद्रता के बाद मामले ने तूल पकड़ा.
शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे दोनों पक्ष आमने सामने आ गए और एक पक्ष ने गोलियां बरसा दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया, जबकि दो गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी आरोपित फरार हो गए. दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही एसपी अभिनंदन, एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र, सीओ राकेश सिंह और भारी फोर्स रात में ही पहुंचा. एसओजी टीम के साथ फरार अभियुक्तों की तलाश में कांबिंग की गई. कमासिन के पास जंगल में मुठभेड़ के बाद मुख्य आरोपित समेत दो को गिरफ्तार कर लिया गया. गोली लगने से घायल मुख्य आरोपित को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एसपी ने बताया कि अन्य फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है. मजरा के ही लोगों के बीच विवाद के बाद गोलीबारी हुई. मृतक के बेटे की तरफ से दी गई तहरीर पर आठ लोगों के खिलाफ हत्या, बलवा, और हत्या के प्रयास की बबेरू कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज की गई है. कोतवाली से करीब 12 किमी. दूर बसे बेर्रावं के मजरा अमरहिया पुरवा निवासी हरीराम शुक्रवार रात अपने घर में पत्नी के साथ था, तभी गांव निवासी रामभजन रात करीब साढ़े नौ बजे नशे की हालत में पहुंचा और घर के बाहर गाली-गलौज कर दरवाजा खटखटाने लगा. हरीराम के बाहर निकल विरोध करने पर पिटाई शुरू कर दी. बचाने आई गर्भवती पत्नी सुधा के साथ अभद्रता की और घर में घुसने का प्रयास करने लगा. शोर मचाते हुए सुधा दौड़ते हुए ससुर छोटेलाल को बुलाने पहुंची. जानकारी पाते ही छोटेलाल के साथ परिवार के पट्टीदार शारदा, करन, अवधेश, मान सिंह, हरिशचंद्र और अमर पहुंचे. शोर शराबा सुन गांव के लोग जुट गए. प्राथमिकी के मुताबिक रामभजन के पिता नत्थू यादव अपनी लाइसेंसी बंदूक के साथ पहुंचे. उसके भाई रामकरन, रामकरन का बेटा रोहित, रामभजन का बेटा अखिलेश, भगवानदास, सगे भाई कुवेर और रामशरण पहुंच गए और जान से मारने की धमकी देने लगे.
नत्थू ने रामभजन को लाइसेंसी बंदूक देते हुए सभी को जान से मार देने को कहा. भगवान दास और ओमप्रकाश ने भी ललकारते हुए जान से मार देने को कहा. रामभजन ने 60 वर्षीय छोटेलाल के सीने में गोली मार दी. हरीराम अपने चचेरे भाई शारदा के साथ पिता को घायल समझ उठाने लगे, तभी रामभजन ने 50 वर्षीय शारदा को भी गोली मार मौत के घाट उतार दिया. गोलीबारी होते ही ग्रामीणों में भगदड़ मच गई. घर के बाहर जमा लोगों ने दरवाजे बंद कर लिए. इसी बीच कुवेर यादव ने अवधेश और करन पर तमंचे से फायर कर दिया, दोनों खून से लथपथ होकर गिर पड़े. दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपित असलहे लहराते हुए फरार हो गए. प्रभारी निरीक्षक पंकज सिंह फोर्स के साथ पहुंचे. सूचना पर आलाधिकारी भारी फोर्स के साथ पहुंच गए और गांव छावनी में तब्दील हो गया. एसपी अभिनंदन के निर्देश पर कई थानों का फोर्स पहुंची और आरोपितों की तलाश शुरू की गई. घायल अवधेश और करन को सीएचसी भेजा गया, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. रामभजन अपने छोटो भाई रामकरन के साथ पिता की लाइसेंसी बंदूक लेकर जंगल की तरफ भाग निकला. पीछा कर रहे कमासिन प्रभारी निरीक्षक उमेश कुमार सिंह व दारोगा तुषार श्रीवास्तव ने घेराबंदी की. खरौली गांव के मुड़िया बाबा मोड़ के पास चारों तरफ से घेर लिया. रामकरन व उसके भाई ने बचने के लिए पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं. करीब एक घंटे तक चली मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी फायरिंग में रामभजन के दाएं पैर में गोली लगी और वह गिर पड़ा. एसपी अभिनंदन ने बताया कि लाइसेंसी बंदूक, तीन जिंदा कारतूस व 16 खोखा बरामद किए गए हैं. मुख्य आरोपित के पैर में गोली लगने से अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है.