ABC NEWS: औरैया के कस्बा फफूंद चौराहा स्थित पब्लिक परम रेडीमेड गारमेंट्स व साड़ी शोरूम की पांच मंजिला इमारत के दूसरे व तीसरे माले में मंगलवार की रात शार्ट सर्किट से आग लग गई. खरीददारी कर रहे ग्राहकों व वहां मौजूद लोगों के होश उड़ गए। चीख पुकार मचने पर भीड़ एकत्र हो गई. नौ लाेगों के फंसे होने पर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए. सूचना मिलने पर दमकल की 10 गाड़ियां पहुंची. मशक्कत बाद सभी को रेस्क्यू के माध्यम से सुरक्षित बाहर निकालने का कार्य शुरू किया गया. वहीं झुलसने से एक किशोर की मौत हो गई। जबकि एक कर्मचारी ने भी दम तोड़ दिया.
फफूंद चौराहा के विमल द्वार के सामने शोरूम में लगी आग की घटना की सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन के हाथ पांव ढीले पड़ गए। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और शोरूम से लपटें उठने लगी। किसी तरह बिजली ठप की गई।
सूचना पर एनटीपीसी और गैस अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड सहित अग्निशमन केंद्र से दमकल कर्मी पहुंचे. सीढ़ियों की मदद से इमारत में ऊपर फंसे लोगों को व शोरूम मालिक के स्वजन को पहले बाहर निकालने का प्रयास किया गया. यहां 16 वर्षीय प्रणव उर्फ जानू पुत्र अजय शुक्ल व कर्मचारी 32 वर्षीय कल्लू दुबे पुत्र सुधाकर दुबे निवासी गुलरिया बुरी तरह झुलस गए. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिबियापुर पहुंचने से पहले प्रणव ने दम तोड़ दिया. दूसरे को उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई रेफर किया गया। जहां पहुंचने से पहले मौत हो गई दूसरी और तीसरी मंजिल में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर सुरेंद्र नाथ यादव का कहना है कि जानकारी मिलते ही बचाव कार्यों को शुरू करा दिया गया था. नुकसान का आकलन किया जा रहा है. पीड़ित के मुताबिक तकरीबन 50 लाख की क्षति पहुंची है.
साड़ी के शोरूम में लगी आग में दो लोगों की मौत हो गई. पूरे मामले को संज्ञान में लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने जांच शुरू की है. 16 वर्षीय किशोर की मौत दम घुटने व आग से बचते समय झुलसे से बताई गई. उधर, देर रात अपर जिलाधिकारी राजस्व एवं वित्त सहित अन्य सभी प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे.प्रणव उर्फ जानू माता-पिता का इकलौता था.
उसके पिता अजय शुक्ल चार भाई है. रवि, सुमित और अमित के साथ पूरा संयुक्त परिवार रहता है. शोरूम के तीसरे माले पर आवास बना है. आग की घटना के दौरान स्वजन समेत वह मौजूद रहे. लपटों के साथ धुएं से दम घुटने पर वह शोर मचाने लगे. कर्मचारी से लेकर अन्य मौजूद लोग भी चिल्लाने लगे. बताया गया है कि शोरूम में काम करने वाले कल्लू दुबे छह वर्ष से नौकरी कर रहा था.
तीन दिन बाद उसके बेटे का जन्मदिन होने से वह एक ओर तैयारी में लगा था। घटना से कुछ क्षण पहले उसने अपने मालिक अजय से अवकाश पर रहने की बात कही थी. इससे पहले वह काल के गाल में समा गया. हादसे की सूचना पर पूरा प्रशासनिक अमला पहुंचा था। अपर जिलाधिकारी राजस्व एवं वित्त रेखा एस चौहान, मुख्य चिकित्साधिकारी डा.अर्चना श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टर विजय आनंद का कहना है कि दम घुटने से दोनों की मौत हुई है.
वह मामूली रूप से झुलसे थे. शोरूम में अग्निशमन बचाव के उपकरण थे कि नहीं. यह जांच का विषय है. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों की ओर से इस बिंदु पर भी जांच शुरू करा दी गई है.