ABC News: देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल AIIMS दिल्ली का सर्वर हैक करने वालों ने 200 करोड़ रुपए की डिमांड की है. हैकर्स ने पेमेंट क्रिप्टोकरंसी के जरिए करने को कहा है. बता दें कि AIIMS का सर्वर बुधवार यानी 23 नवंबर को रैनसमवेयर अटैक करके हैक कर लिया गया था. इससे अस्पताल की सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही हैं.
अस्पताल की OPD और IPD में आने वाले मरीजों का इलाज करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सर्वर ठप होने के कारण ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने और टेलीकंसल्टेशन जैसी डिजिटल सेवाएं भी प्रभावित रहीं. हालांकि, इन सभी सेवाओं को मैनुअल तौर पर चलाया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, डेटा हैक में इंटरनेशनल साइबर क्राइम का कनेक्शन होने की आशंका है. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि कि ये साइबर टेरर से जुड़ा मामला है. गुरुवार को FIR दर्ज की गई है. दिल्ली AIIMS का सर्वर बुधवार सुबह 7 बजे से डाउन है, जिसे करीब 48 घंटे बाद भी रिकवर नहीं किया जा सका था. इसके चलते अस्पताल में मरीजों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में दिक्कतें आ रही हैं. एम्स का मामला देख रहे साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि अभी डेटा वापस नहीं आया है. बैकअप डेटा की दो फाइलें मौजूद थी. रेनसमवेयर साइबर अटैक में एक बैकअप फाइल खत्म हो गई है, जबकि दूसरी फाइल से डेटा वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है.
एम्स में सामान्य लोगों से लेकर देश के टॉप वीवीआईपी तक का इलाज हुआ है. अगर उनकी केस हिस्ट्री भी डिजिटल रही है और वह साइबर हमलावरों के हाथ लगी है तो वे उस डेटा का किसी भी तरह से दुरुपयोग कर सकते हैं. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई बड़े वीवीआईपी एम्स में भर्ती रहे हैं. इनके अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों के अधिकारी और जवानों का इलाज भी एम्स में होता रहा है. दिल्ली स्थित एम्स के रेनसमवेयर साइबर अटैक की जांच के लिए अब कई केंद्रीय एजेंसियां जुटी हैं. एम्स का ऑनलाइन सिस्टम इतनी बुरी तरह से हैकरों का शिकार हुआ है कि वह चार दिन बाद भी पटरी पर नहीं आ सका. सूत्रों का कहना है कि जांच टीमें, डेटा निकलने का ठीक से अंदाजा भी नहीं लगा पाई हैं. हैकरों की तरफ से रेनसम यानी फिरौती की मांग की गई है. सरकार की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई पहल नहीं हुई है. यह मालूम किया जा रहा है कि एम्स में जो बैकअप डेटा है, क्या वो पूरी तरह से ठीक है. उसकी किसी फाइल तक तो हैकर नहीं पहुंचे हैं.