ABC News: वृंदावन के सुप्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में रविवार को सुबह से ही श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा. मंदिर और उसके आस-पास हजारों दर्शनार्थियों का जमावड़ा लग गया. अधिक मास के आखिरी पड़ाव पर अपने आराध्य के दर्शन के लिए हर कोई आतुर दिखाई दिया. वहीं नगर की संकरी कुंज गलियों और बांकेबिहारी मंदिर एवं अन्य हवेली नुमा मंदिरों में क्षमता के कई गुना श्रद्धालुओं के आने से श्रद्धालुओं ने भारी परेशानी और धक्का मुक्की के बीच दर्शन कर पाए.
विश्व पटल पर आस्था का केंद्र वृंदावन में सप्ताहांत रविवार का अवकाश और अधिक मास के समापन के तीन दिन बाकी रहने श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा. वृंदावन में बांकेबिहारी के दर्शन के साथ-साथ नगर की पंचकोसीय परिक्रमा के लिए लाखों की श्रद्धालु आ रहे हैं. सुप्रसिद्ध बांकेबिहारी मंदिर के दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं को मिनटों का रास्ता घंटों में तय करना पड़ रहा है. विद्यापीठ चौराहा से बांकेबिहार मंदिर की दूरी राहगीरों के लिए महज 10 मिनट की है, लेकिन श्रद्धालु भीड़ के चलते यह दूरी दो से ढाई घंटे में तय कर पा रहे हैं.
दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश समेत देश के कोने-कोने से अधिक मास में अपने आराध्य दर्शन के लिए भक्तजन आ रहे हैं. मंदिर के द्वार में प्रवेश करते ही मंदिर के चौक और पीछे के चबूतरे पर पैर रखने को भी जगह नहीं है. धक्का मुक्की और दमघोंटू भीड़ के दबाव के बीच श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. मंदिर जयकारों से गुंजायमान हो रहा है. इसके अलावा नगर के निधिवन, ठा. राधावल्लभ मंदिर, ठा.राधादामोदर, ठा.राधारमण मंदिर, ठा. श्यामसुन्दर मंदिर, शाहजी मंदिर, रंगजी मंदिर आदि मंदिरों में भी भक्तों का तांता लगा है.