ABC NEWS: चीन ने LAC के पास एक बार फिर नापाक हरकत की है. चीन की सेना (PLA) और भारतीय सेना के जवानों के बीच अरुणाचल प्रदेश में झड़प हुई है. ये घटना 9 दिसंबर, 2022 की है. दोनों सेनाओं के सैनिकों के बीच ये झड़प तवांग में हुई है.
इस झड़प में दोनों देशों के कई जवान घायल हो गए हैं. अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में एलएसी के कुछ क्षेत्रों में अलग-अलग धारणा के क्षेत्र हैं, जहां दोनों पक्ष अपने दावे की सीमा तक क्षेत्र में गश्त करते हैं. यह साल 2006 से चला रहा है. 9 दिसंबर 2022 को चीन के सैनिक तवांग सेक्टर में एलएसी तक पहुंचना चाह रहे थे, जिसका भारतीय सैनिकों ने दृढ़ता से मुकाबला किया. इस आमने-सामने की लड़ाई में दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को मामूली चोटें आईं. दोनों पक्ष तुरंत क्षेत्र से हट गए है. घटना के बाद क्षेत्र में दोनों देशों की सेनाओं के कमांडर के बीच फ्लैग मीटिंग हुई.
रक्षा मंत्रालय के अनुसार दोनों देश के सैनिक कुछ ही देर में घटनास्थल से पीछे हट गए. घटना के बाद इंडियन आर्मी के कमांडर और चीनी कमांडर ने निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार फ्लैग मीटिंग की. ताकि इलाके में शांति बहाल की जा सके.
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में एलएसी के आस-पास कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां चीन गलत तरीके से दावेदारी करता है. इन क्षेत्रों में दोनों देश अपने दावे की सीमा तक क्षेत्र में गश्त करते हैं. 2006 से यह प्रैक्टिस चलन में है. यहां तैनात भारतीय जवान LAC पर चीन की किसी भी गुस्ताखी का मुंहतोड़ जवाब देते हैं.
गौरतलब है कि भारतीय सैनिकों ने पिछले साल भी अक्टूबर में इसी क्षेत्र में चीनी सैनिकों को रोका था. अरुणाचल प्रदेश में लगभग 200 पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवान LAC के पास आना चाह रहे थे. भारतीय सैनिकों ने तब भी उन्हें खदेड़ दिया था.
बता दें कि LAC पर चीनी सैनिकों का विश्वासघात कोई नई बात नहीं है. साल 2020 में गलवान में चीन ने ऐसा ही करने की कोशिश की थी. जब चौकी का मुआयना करने पहुंचे भारतीय सैनिकों पर चीनी जवानों ने विश्वासघात कर हमला कर दिया था. इस हमले में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. जबकि चीन के कई जवान मारे गए थे. चीन ने तो पहले अपने जवानों की कैजुअलिटी को मानने से ही इनकार कर दिया था.