ABC News: अरब सागर में उठ रहे चक्रवाती तूफान बिपरजॉयकी दिशा बदल गई है. ऐसे में गुजरात के लिए खतरा बढ़ा है. पहले बिपरजॉय पाकिस्तान के समुद्री तट की तरफ बढ़ रहा था, लेकिन अब थोड़ा पूरब की ओर मुड़कर ये उत्तरी गुजरात तट की तरफ जा रहा है. अनुमान है कि ये तूफान गुजरात के तट से गुरुवार को टकराएगा. दिशा बदलने के साथ-साथ एक बदलाव ये भी है कि तूफ़ान की गति भी बढ़ गई है.
अनुमान है कि गुजरात में इसके तट से टकराने के दौरान 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चल सकती हैं. गुजरात में NDRF की टीमों को मुस्तैद रखा गया है. राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई गई है और प्रशासन ने हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय लगातार अरब सागर से भारत के पश्चिमी तट की ओर बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को कहा कि चक्रवात बिप्रजॉय के गुजरात तट पर पहुंचने के साथ सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई है. स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने कहा कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.
चक्रवात बिपरजॉय के सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने और जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को पार करने की बहुत संभावना है. 15 जून की शाम तक 125-135 किमी प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चलेंगी. इसके कारण, पोरबंदर, राजकोट, मोरबी, जूनागढ़ और शेष जिलों में कुछ स्थानों पर सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात क्षेत्र में भी गुरुवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के लैंडफॉल के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की. चक्रवात के कारण किसी भी स्थिति या आकस्मिकता से निपटने के लिए सशस्त्र बल नागरिक अधिकारियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं. चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर BSF ने कच्छ के सीमावर्ती गांवों के लोगों को आश्रय दिया.
BSF इंस्पेक्टर जय प्रकाश ने बताया कि हमने पूरी तैयारी की है, आस-पास के लोगों को यहां शिफ्ट किया है. उनके खाने-पीने की व्यवस्था की है. हम बॉर्डर के साथ तूफान से भी लोगों की रक्षा करेंगे.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुजरात के कच्छ में अस्पतालों का निरीक्षण किया और उपलब्ध ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और क्रिटिकल केयर बेड की जानकारी मांगी. उन्होंने चक्रवात के बाद आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए की गई तैयारियों की भी समीक्षा की.