ABC News: इनकम टैक्स रिटर्न के लिए कॉमन यानी एक समान फॉर्म लाने की तैयारी चल रही है. इस संबंध में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक ड्राफ्ट भी जारी कर दिया है. इसके साथ ही हितधारकों और आम जनता से सुझाव मांगे गए हैं. इसके जरिए सीबीडीटी रिटर्न फाइलिंग को आसान बनाना चाहती है.
इसके अलावा टैक्सपेयर्स को कम से कम समय में फॉर्म सब्मिट करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है. सीबीडीटी के मुताबिक कॉमन फॉर्म से करदाताओं को उन अनुसूचियों को देखने की आवश्यकता नहीं होगी जो उन पर लागू नहीं होती हैं. यह व्यवस्था ज्यादा से ज्यादा लोगों को आईटीआर फाइल करने के लिए प्रेरित करेगा. आपको बता दें कि अभी इनकम टैक्स रिटर्न के सात फॉर्म हैं. सीबीडीटी के ड्राफ्ट के मुताबिक छह को मिलाकर एक कॉमन फॉर्म बनाने का प्रस्ताव है. फॉर्म 7 में बदलाव नहीं करने का प्रस्ताव है. बड़े एनजीओ आदि के लिए यह फॉर्म होता है. ड्राफ्ट के मुताबिक आईटीआर फॉर्म-1 और 4 को जारी रखा जाएगा, जो वैकल्पिक होगा. इससे ऐसे करदाताओं को अपनी सुविधानुसार मौजूदा फॉर्म (ITR-1 या ITR-4) या प्रस्तावित कॉमन ITR में रिटर्न दाखिल करने का विकल्प मिलेगा. आपको बता दें कि अधिकतर फाइलिंग फॉर्म-1 के जरिए की जाती है.