ABC NEWS: आपदा की मार झेल रहे हिमाचल प्रदेश से हर दिन भूस्खलन की डरावनी तस्वीरें आ रही हैं. बीते तीन दिन से हो रही मुसलाधार वर्षा से कई जगह तबाही हुई है. अब कुल्लू में भारी भूस्खलन की वजह से एक साथ कई ऊंची इमरातें ढह गईं हैं. कुल्लू के आनी में बस स्टैंड के पास बनी कम से कम 7 इमारतें एक साथ गिरी हैं. कुछ और इमारतों पर खतरा बना हुआ है. हादसे का वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि इमरातों के गिरने के साथ कैसे चीख पुकार मच जाती है और वादी में धूल का गुबार छा जाता है.
बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ निर्माणाधीन इमारतें थीं, जबकि कुछ में लोग रह रहे थे. भूस्खलन के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने इन घरों को खाली करा लिया था. अभी घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है. प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीम मौके पर मौजूद है.
ढह चुके दो भवनों में बैंकों के दफ्तर चल रहे थे. अन्य में किरायेदार व दुकानें थीं। कुछ इमारतें निर्माणाधीन थी. गनीमत यह रही कि कुल्लू जिला प्रशासन ने खतरे को भांपते हुए पहले ही इन इमारतों और मकानों को खाली करवा दिया था. इस वजह से किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है. अभी भी तीन-चार और मकानों के गिरने की आशंका बनी हुई है.
दरअसल एक महीने पहले हुए भारी वर्षा से इन मकानों में दरारें पड़नी शुरू हुई थीं. इसे देखते हुए प्रशासन ने भवन मालिकों को इन्हें खाली करने के नोटिस दिए थे. आनी के एसडीएम नरेश वर्मा ने बताया कि भवनों के गिरने की घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है. इन्हें पहले ही खाली करवा दिया गया था. राजस्व विभाग की टीम मौके पर नुकसान का आंकलन कर रही है.
बता दें कि हिमाचल में मानसून सीजन के दौरान व्यापक वर्षा से लगातार जान-माल का नुकसान हो रहा है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार राज्य भर में अब तक 2237 मकान और 300 दुकानें ध्वस्त हुई हैं जबकि 9924 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है.