ABC News: राजस्थान में सियासत पल-पल बदल रही है. गहलोत गुट के विधायक प्रदेश की कमान सचिन पायलट को देने की चर्चा से नाराज हैं. हाईकमान की ओर विधायक दल की बैठक के लिए दूत बनाकर भेजे गए अजय माकन ने मीडिया के सामने खुलकर कहा है कि जो कुछ हुआ वह अनुशासनहीनता है. माकन ने कहा, ‘पार्टी विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछकर उनके आवास पर रखी गई थी.
Congress has never allowed ‘conditional resolutions’: Maken’s message to rebel Rajasthan MLAs
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— ANI Digital (@ani_digital) September 26, 2022
उन्होंने कहा कि बैठक शाम 7 बजे हो, लिहाजा उनकी सहूलियत के हिसाब से इसको तय किया गया. जो विधायक नहीं आए, उनको हम लगातार कह रहे हैं कि मैं और मल्लिकार्जुन खड़गे उनकी बात वन टू वन सुनेंगे. फिलहाल कोई फैसला नहीं हो रहा है. जो आप आप कहेंगे, वो हम जाकर दिल्ली बताएंगे.’ माकन ने आगे कहा, ‘प्रताप खाचरिवास, शांति धारीवाल और सीपी जोशी अशोक गहलोत के नुमाइंदे के तौर पर हमारे पास आए. उन्होंने तीन शर्तें रखीं. सबसे पहले उन्होंने कहा, बेशक आप अगर कांग्रेस अध्यक्ष के ऊपर फैसला छोड़ने का प्रस्ताव पेश करना चाहते हैं तो ठीक है लेकिन उस पर फैसला 19 अक्टूबर के बाद होना चाहिए. हमने कहा कि अशोक गहलोत प्रस्ताव लाते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष के ऊपर चीजें छोड़ी जा रही हैं तो अब अशोक गहलोत खुद कह चुके हैं कि वे कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हैं तो 19 अक्टूबर के बाद जब वो खुद अध्यक्ष बनेंगे तो अपने ही लाए प्रस्ताव पर अपने आप को ही सशक्त बना रहे हैं तो ये हितों का टकराव होगा.’
#RajasthanCongressCrisis | High command should decide on CM face. After such an episode, there’s no possibility (of Ashok Gehlot becoming Congress president). Why was another meeting called, when meeting at CM’s residence was to be held,isn’t it rebbelion?: Congress MLA KL Bairwa pic.twitter.com/QhyWJsR6Q2
— ANI (@ANI) September 26, 2022
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्राथमिक दृष्टि से यह अनुशासनहीनता है कि पार्टी की बैठक बुलाई गई है और कोई उसी के समानांतर गैर-आधिकारिक बैठक बुलाता है तो इसको अनुशासनहीनता कहा जाएगा. अब इस पर देखेंगे कि क्या हो सकता है. वहीं सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम में कई नेताओं पर गाज गिर सकती है.
#RajasthanPoliticalCrisis | Mallikarjun Kharge & I came here as AICC observers to hold a meeting in accordance with CM’s convenience at the latter’s residence. We were continuously telling the MLAs who didn’t come to come & talk one-to-one: AICC observer Ajay Maken pic.twitter.com/j5GxuCExjC
— ANI (@ANI) September 26, 2022
अनुशासनहीनता को लेकर कई नेताओं पर एक्शन लिया जा सकता है. बैठक को लीड करने वाले 3 बड़े नेताओं के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही हो सकती है. संकेत यह भी मिल रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष का रुख सख्त हो सकता है और गहलोत को लेनी की देनी पड़ सकती है. अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री की कुर्सी भी अपने पास रखने की उनकी कोशिश ने उनके दोनों ही पदों को खतरे में डाल दिया है.