ABC NEWS: अतीक अहमद और शाइस्ता परवीन को अपने बेटे असद अहमद का आखिरी बार मुंह देखना नसीब नहीं हुआ. एनकाउंटर में मारे गए असद को मां-बाप या परिवार के किसी अन्य सदस्य की मौजूदगी के बगैर कुछ रिश्तेदारों और करीबियों की मौजूदगी में दफना दिया गया. झांसी से प्रयागराज पहुंचने पर शव को सीधे कसारी-मसारी कब्रिस्तान ले जाया गया जहां असद के ननिहाल पक्ष के लोगों की मौजूदगी में रीति-रिवाजों के बाद असद का जनाजा निकाला गया. इसके बाद असद को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. असद की कब्र उसके दादा और दादी की कब्र के ठीक बगल में शुक्रवार को ही खोदकर तैयार कर ली गई थी.
शनिवार सुबह से ही चकिया स्थित अतीक के जमींदोज घर के पास बड़ी संख्या में लोग असद को आखिरी बार देखने के लिए जुट गए थे. लेकिन ऐन वक्त पर पुलिस ने पुश्तैनी घर की बजाए अतीक शव ले जा रही एंबुलेंस का रुख कसारी-मसारी कब्रिस्तान की ओर मोड़ दिया. अतीक के घर के पास मौजूद लोगों को उनके घरों को वापस कर दिया गया. किसी किस्म की गड़बड़ी की आशंका के मद्देनज़र अतीक के घर के पास कम से कम चार हजार जवानों को तैनात किया गया है. अतीक के घर के पास गलियों में भी लोगों को खड़े होने की इजाजत नहीं दी गई.
प्रयागराज: गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद के पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच कब्रिस्तान लाया गया। pic.twitter.com/7JcibhS8rN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 15, 2023
एंबुलेंस के कसारी-मसारी कब्रिस्तान पहुंचने से पहले ही प्रयागराज के एसएसपी आकाश कुलहरी और सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंच गए. कब्रिस्तान की ओर जाने वाले हर शख्स की चेंकिंग की जाने लगी. इस दौरान कुछ महिलाएं जो कब्रिस्तान की ओर बढ़ रही थीं उनकी पहचान स्पष्ट न हो पाने के चलते उन्हें वापस कर दिया गया. बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में बतौर साजिशकर्ता नामजद अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित है. आशंका थी कि शाइस्ता अपने बेटे असद के शव को आखिरी बार देखने के लिए आ सकती है. इसके मद्देनजर कसारी-मसारी कब्रिस्तान में बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया. ड्रोन कैमरे से भी कब्रिस्तान स्थल की निगरानी की गई.
असद परिवार के 20-25 लोग यहां हैं। गुलाम के शव को अंतिम संस्कार के लिए दूसरी जगह ले जाया गया है। असद के नाना यहां हैं और वह असद को दफनाने की प्रक्रिया को अंजाम दे रहे हैं: आकाश कुलहरि, ACP प्रयागराज pic.twitter.com/9bGPi3V16e
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 15, 2023
असद के अंतिम संस्कार में दो महिलाएं ही शामिल हो पाईं. ये दोनों महिलाएं असद के ननिहाल पक्ष की बताई जा रही हैं. बताया जा रहा था कि अतीक अहमद और असद के भाई अली की ओर से कोर्ट में अर्जी लगाने की तैयारी थी कि उन्हें असद के अंतिम संस्कार में शामिल होने का मौका मिले लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. असद के अंतिम संस्कार के वक्त कुछ अधिवक्ता भी मौजूद रहे.