ABC News: एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढेर हुए असद अहमद का शव लेने अतीक के मुंह बोले बहनोई डा. मोहम्मद अहमद और उनके साथ उनका ड्राइवर और दो वकील झांसी पहुंचे हैं. परिजनों के यहां पहुंचने के बाद पुलिस ने शव को उनके कब्जे में देने की कार्रवाई शुरू कर दी.
वहीं, शूटर गुलाम का शव लेने के लिए अभी तक कोई भी व्यक्ति यहां नहीं पहुंचा. मुठभेड़ के 24 घंटे बाद भी असद और गुलाम के शव लेकर यहां भारी ऊहापोह मची हुई थी. पुलिस अफसर भी शव सौंपने को लेकर पशोपेश में फंसे हुए थे. परिजनों के आने में विलंब को देखते हुए पुलिस ने जीवन शाह तिराहा स्थित कब्रिस्तान में भी शव दफनाने की वैकल्पिक व्यवस्था की हुई थी. एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि परिजनों की इच्छा अगर यहां दफनाने की होगी, तब इसे देखते हुए जीवन शाह कब्रिस्तान में यह व्यवस्था की गई थी. असद के परिजनों के रात में झांसी से प्रयागराज लेकर रवाना होने की उम्मीद है. वहीं, चर्चा है कि यूपी पुलिस देर रात अतीक और अशरफ को कौशांबी ला सकती है.
उनकी निशानदेही पर असलहा बरामद किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि एक टीम अशरफ और दूसरी टीम अतीक को लेकर निकली है. दोनों अलग-अलग गाड़ी में हैं. आज रात ही पुलिस उनकी निशानदेही पर असलहा बरामद कर सकती है. इसके अलावा, असद के जनाजे में शामिल होने के लिए अतीक की अर्जी पर कोर्ट में कल सुनवाई होगी. उमेश पाल हत्याकांड में बनाए गए आरोपित अतीक अहमद के लड़के असद के जनाजे में शामिल होने के लिए अतीक अहमद ने बतौर पिता अदालत में अर्जी दी है. अर्जी पर शनिवार 15 अप्रैल को सुनवाई होगी.