ABC NEWS: गुजरात में एक ही परिवार के तीन सदस्यों द्वारा आत्महत्या किये जाने की घटना सामने आने से सनसनी फैल गई है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि आर्थिक समस्याओं की वजह से पति-पत्नी और बेटे ने आत्महत्या की है. मामला वडोदरा जिले का बताया जा रहा है. आशंका जताई जा रही है कि 60 साल के पिता ने अपनी गर्दन काट ली. पत्नी की उम्र 50 साल की है और उन्होंने कीटनाशक पी लिया. 27 साल के बेटे ने छत से लटक कर अपनी जान देने का रास्ता चुना.
वडोदरा के रावपुरा इलाके में सुबह के वक्त यह घटना हुई है. डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (जोन 2), वडोदरा शहर, अभय सोनी ने कहा, ‘यह सामूहिक तौर पर आत्महत्या का केस मालूम पड़ता है. परिवार आर्थिक तंगी से परेशान था और लगता है कि इसी वजह से इन सभी ने यह भयानक कदम उठाया है. इस परिवार में महिला के पति ही सिर्फ कमाने वाले थे. वो सुरक्षा गार्ड थे और कुछ समय पहले उनकी नौकरी चली गई थी. परिवार अपने घर का किराया देने के लायक नहीं था और उनके पास इतना भी पैसा नहीं था कि वो अपने रोजमर्रा के सामान खरीद सकें.’
मंगलवार की सुबह यह घटना उस वक्त उजागर हुई जब एक चाकू से अपना गला काटने वाले 60 साल के पति ने मदद के लिए आवाज लगाई. इसी अपार्टमेंट में रहने वाली मकान मालिक की पत्नी ने उनकी चीखें सुनी और जब वो वहां पहुंची तब वो खून से लथपथ पड़े थे. उनके गर्दन पर गहरे रुप से कटे का निशान था. पुलिस के मुताबिक, महिला ने ही एंबुलेंस को फोन कर बुलाया था.
मृतक शख्स की पत्नी जहां मृत मिली हैं वहां एक बोतल में कीटनाशक उनके नजदीक ही मिला जबकि बेटे की लाश घर की छत से लटकी हुई थी. पत्नी और बेटे की मौत सुबह करीब 6 से साढ़े छह के बीच हो गई थी. पिता ने मरने से पहले कांपती आवाज में पुलिस के सामने सुसाइड की कहानी बयां की है. उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्होंने एक पर्सनल लोन लिया था लेकिन उनके पास परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा नहीं था. पिता की मौत शाम 5 बजे हुई थी. जांच-पड़ताल के दौरान पुलिस ने हत्या की आशंका से इनकार कर दिया और पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि यह सामूहिक सुसाइड का मामला है. पुलिस ने आशंका जताई है कि आर्थिक कमी की वजह से परिवार ने यह कदम उठाया है.
अभय सोनी ने कहा, ‘हमें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे मर्डर की थ्योरी साबित हो सके. पोस्टमार्टम रिपोर्ट औऱ हमारी जांच सुसाइड के केस की तरफ इशारा कर रही है. पत्नी की मौत कीटनाशक पीने से हुई है. यहां बल इस्तेमाल किये जाने का भी कोई निशान नहीं मिला है.