ABC NEWS: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. एक बार फिर विवादित बयान के चलते स्वामी प्रसाद मौर्य सुर्खियों में हैं. हालांकि, इस बार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सपा नेता के बयान पर नाराजगी जताई है. अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों पर जवाब दिया है.
सपा अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों पर जवाब दिया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ‘सभी ब्राह्मण स्वामी प्रसाद मौर्य की शिकायत किए हैं. नरेश उत्तम पटेल से बोला है कि उसको मना करो अब ऐसा कुछ ना बोलो और नेताओं को भी निर्देश दो. सोशल मीडिया पर लिखना है तो तार्किक लिखो वरना मत लिखो.’
#WATCH कासगंज, उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “जिस समय अयोध्या में राम मंदिर पर घटना घटी थी, बिना न्यायपालिका के किसी निर्देश के, बिना किसी आदेश के अराजक तत्वों ने जो तोड़-फोड़ की थी, उसपर तत्कालिन सरकार ने संविधान की, कानून की रक्षा के लिए उस समय… pic.twitter.com/X2PDMiOKbB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2024
सपा विधायकों ने भी की शिकायत
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा काम धर्म का नहीं है, गैर बराबरी दूर करने का है. हमारा रास्ता वही है जो बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया का था, जिस पर चलकर नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने संघर्ष करना सिखाया. सपा के विधायकों ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों पर आपत्ति जताई है. उन्होंने सपा अध्यक्ष से स्वामी प्रसाद मौर्य की शिकायत भी की है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने क्या बयान दिया था?
बता दें कि पिछले दिनों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा था कि हिंदू धर्म एक धोखा है. वैसे भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है. यह जीवन जीने की एक शैली है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है.