ABC News: भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे मौत मामले में एक बड़ा मोड़ आ गया. प्रकरण में आरोपी भोजपुरी गायक समर सिंह को वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने शुक्रवार को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया. समर और आकांक्षा कुछ माह पहले तक लिव इन रिलेशन में थे. आकांक्षा दुबे की मां ने अपनी बेटी की मौत का जिम्मेदार समर सिंह और उसके सहयोगी को ठहराया है.
समर सिंह की गिरफ्तारी से भोजपुरी अभिनेत्री की मां को न्याय की आस जगी है. भदोही के चौरी थाना क्षेत्र के बरदहां गांव स्थित आवास पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार जताया और कहा कि जैसे समर सिंह गिरफ्तारी हुई है, वैसे ही उसे सजा भी मिले. इसके साथ ही उन्होंने आकांक्षा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी लीपापोती कर तथ्य छुपाने का आरोप भी लगाया. आकांक्षा की मां मधु दुबे ने सीएम योगी से समर सिंह को फांसी की सजा देने की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि मैं योगी सरकार से यही चाहती हूं कि मेरी बेटी को न्याय दिलाएं. समर सिंह और संजय सिंह को फांसी की सजा होनी चाहिए. मेरी बेटी आकांक्षा आत्महत्या नहीं कर सकती. समर और संजय सिंह ने मिलकर उसे मारा है. रोते-बिलखते मधु दुबे ने कहा कि आकांक्षा अक्सर बताती थी कि समर उसे प्रताड़ित करता है.
किसी के साथ काम नहीं करने देता था. कहता था कि खाली मेरे साथ काम करो. इतना कहकर वो फूट-फूट कर रोने लगीं. अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की मौत के मामले में भोजपुरी गायक समर सिंह और उसके सहयोगी संजय सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में सारनाथ थाने में सोमवार को मुकदमा दर्ज किया गया था. यह मुकदमा मुंबई से आईं आकांक्षा की मां मधु दुबे की तहरीर के आधार पर लिखा गया था. शुक्रवार को आकांक्षा की मां ने कहा कि संजय सिंह जो कि एक इंटरप्राइजेज कंपनी चलाता है. वह समर सिंह का दूर का रिश्तेदार और मुंहबोला भाई है. उन्होंने कहा कि समर सिंह और संजय सिंह मिलकर उनकी बेटी को तीन साल से प्रताड़ित करते थे. समर सिंह उनकी बेटी को किसी दूसरे के साथ काम नहीं करने देता था. पैसे हड़प लेता था. बताया कि 21 मार्च को समर सिंह के सहयोगी संजय सिंह ने उनकी बेटी को गायब कराने की धमकी दी थी. आकांक्षा ने फोन कर बताया कि संजय सिंह ने उसे जान से मारने की धमकी दी है. आरोप लगाया कि आकांक्षा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी लीपापोती कर तथ्य छुपाने का प्रयास किया गया है.
उसकी हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की जी रही है. आकांक्षा दुबे की मौत के बाद डॉक्टरों ने जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी की थी उसमें कुछ भी संदिग्ध नहीं बताया गया था. कहा गया था कि ये पूरी तरह से आत्महत्या लग रहा है. मगर, आकांक्षा के परिवार व वकील ने इस रिपोर्ट पर बड़े सवाल उठाए हैं. आकांक्षा दुबे की मौत के मामले में उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर उनकी मां मधु दुबे के अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस से सवाल पूछे हैं. आकांक्षा दुबे को जिस बार में पार्टी दी गई थी, वहां टेबल एक दंपती के द्वारा रिजर्व कराई गई थी. पार्टी का 11 हजार रुपये बिल हुआ था. पुलिस ने बताया कि आकांक्षा दुबे पार्टी में शराब पी हुई थीं. लेकिन, उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके पेट में खाना और तरल पदार्थ नहीं पाया गया. आकांक्षा के पेट में शराब भी नहीं पाई गई. 20 एमएल का कोई भूरे रंग का तरल पदार्थ पेट में पाया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी कलाई पर चोट का निशान बताया गया है. अधिवक्ता ने कहा कि आकांक्षा के पेट में पाया गया 20 एमएल का भूरे रंग का तरल पदार्थ क्या था? इन्हीं सब सवालों के लेकर आकांक्षा दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर संदेह जताया जा रहा है.