ABC NEWS: कानपुर के यतीमखाना में पल रही एक नाबालिग बच्ची ने दो दिन पूर्व कलाई की नस काट ली थी. बच्ची ने बताया था कि उसके सौतेले भाइयों ने दुष्कर्म किया. मामले की जानकारी गोद लेने वाले माता-पिता को हुई तो उन्होंने मुझे वापस यतीमखाना में डाल दिया. अब मामला खुलने के डर से उसे पिता के पास भी नहीं जाने दिया जा रहा है. इस वजह से उसने यह कदम उठाया. सूचना पर पहुंची कर्नलगंज पुलिस ने भी मामले में कार्रवाई करने की बजाए दबा दिया. अब मंगलवार को जिला बाल कल्याण समिति ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच बैठा दी है.
रेप के आरोपी बेटों को बचाने के लिए दोबारा यतीमखाना में डाला
मूल रूप से बांदा निवासी 16 साल की नाबालिग पीड़िता के मुताबिक मां की मौत के बाद पिता ने वहीं के एक यतीमखाना में तीनों बहनों को रख दिया था. वहां से सभी को कोई न कोई अपने साथ ले गया. हमें नाला रोड स्थित घर के रसूखदार परिवार ने गोद लिया था. यहां पर मेरे साथ सौतेले भाइयों ने दुष्कर्म किया. बच्ची ने स्कूल की टीचर को आपबीती बताई तो उनके परिजनों को स्कूल में तलब किया गया. मामले की जानकारी परिजनों तक पहुचने पर उन्होंने यतीमखाना कर्नलगंज में दोबारा डाल दिया. उधर मामला खुलने के डर से बच्ची के पिता के साथ भी उसे वापस नहीं जाने दिया गया. इससे तंग होकर बच्ची ने अपने कलाई की नस काट ली थी. बच्ची को उर्सला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और सूचना पर कर्नलगंज पुलिस भी जांच करने पहुंची.
कर्नलगंज पुलिस ने रसूखदार आरोपियों से साठगांठ कर मामला दबाया
कर्नलगंज थाना प्रभारी बलराम मिश्रा ने आरोपियों से साठगांठ करके मामले को दबा दिया. मामले की जांच ही नहीं की. इतना ही नहीं जिला बाल कल्याण समिति को भी मामले की जानकारी नहीं दी. अब बाल कल्याण समिति (CWC) ने मामले का संज्ञान लिया है। जांच के बाद बच्ची से रेप के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही थानेदार के खिलाफ पुलिस कमिश्नर को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी.