ABC NEWS: विधायक अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को जेल से भगाने की साजिश के आरोप में उसकी पत्नी निखत बानो (Nikhat Bano) और ड्राइवर नियाज (Niyaz) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. निखत और निजाय से हुई पूछताछ में समाजवादी पार्टी के नेता फराज खान का नाम सामने आया था. उस पर निखत और अब्बास की मदद करने का आरोप लगा था. पुलिस लगातार सपा नेता से पूछताछ करने के लिए उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन वह घटना के बाद से फरार चल रहा था. सोमवार को पुलिस ने सपा नेता के घर पर छापा मारकर उसके पिता को हिरासत में ले लिया था. जिसके बाद मंगलवार को सपा जिला महासचिव फराज खान ने कर्वी कोतवाली पहुंचकर सरेंडर कर दिया है. एसओजी व कर्वी कोतवाली पुलिस ने सपा नेता को हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरू कर दिया है. पुलिस की एक टीम ने सपा नेता के घर बड़े पैमाने में छापेमारी भी कि है.
निखत ने कबूली थी फराज खान से मदद मिलने की बात
निखत अंसारी को बीते 10 फरवरी को विधायक पति अब्बास अंसारी से जिला कारागार चित्रकूट में अवैधानिक तरीके से मुलाकात करते हुए गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद पुलिस ने एंटी करप्शन कोर्ट लखनऊ से निखत अंसारी और उसके ड्राइवर नियाज को पूछताछ के लिए कस्टडी में लेने की अर्जी दी थी. जिस पर कोर्ट ने निखत अंसारी को तीन दिन की और ड्राइवर नियाज को पांच दिन की पुलिस कस्टडी दी थी. पुलिस ने निखत अंसारी से लगातार तीन दिनों तक पुलिस लाइन परिसर में पूछताछ की थी. पूछताछ के दौरान ही निखत ने फराज खान द्वारा मदद मिलने की बात कबूली थी.
अधिकारियों को पैसे देने से लेकर वकील की फीस तक सारा इंतजाम करता था फराज
वहीं, इस मामले में चित्रकूट धाम मंडल के डीआईजी डॉ. विपिन कुमार ने प्रेस वार्ता की. उन्होंने बताया कि जेल के अंदर अब्बास और निखत अंसारी के मिलने को लेकर विवेचना चल रही है. चित्रकूट जिले के समाजवादी पार्टी से जिला महासचिव फराज खान का नाम प्रकाश में आया है. निखत अंसारी और उसके ड्राइवर से पुलिस कस्टडी में पूछताछ के दौरान विवेचना में कई साक्ष्य मिले हैं. जिसमें सपा नेता फराज अब्बास अंसारी और निखत सहित अन्य अभियुक्तों के साथ अनाधिकृत गतिविधियों में संलिप्त था. सपा नेता उनके रहने और खर्चे का इंतजाम करता था. जांच में सपा नेता द्वारा किए कई ट्रांजैक्शन के साक्ष्य मिले हैं. निखत अंसारी और अब्बास अंसारी की जेल में मुलाकात कराने के लिए अधिकारियों को दिए जाने वाले पैसे से लेकर वकील की फीस तक; इन सभी चीजों का अरेंजमेंट फराज करता था.
अब्बास से कुल 5 बार ऑफिशियल रूप से मिली है निखत
डीआईजी डॉ. विपिन कुमार ने बताया कि पूरे मामले में सपा नेता की सहभागिता मिली है. फराज खान पर संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. इस कांड में कई जिलों तक इसकी चैन फैली होगी, जिसकी जांच की जा रही है. जिनके भी नाम सामने आएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि निखत जेल में अब्बास से कुल 5 बार ऑफिशियल रूप से मिली थी बाकी अनाधिकृत रूप से मिल रही थी. जेल अधिकारियों को गाड़ी गिफ्ट दिए जाने को लेकर भी जांच की जा रही है. पुलिस की तीन टीमें जांच-पड़ताल में जुटी हुई हैं.