ABC NEWS: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में ‘पेपर लीक’ को लेकर सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड चला. तमाम अभ्यर्थियों और ट्विटर यूजर्स ने #Paperleak #पुलिसभर्ती #uppolicebharti हैशटैग पर अपनी शिकायतें और दावे पेश किए. आयोग ने तमाम शिकायतों का संज्ञान लेते हुए जांच समिति गठित कर दी है.
यह देखा गया है कि कुछ व्यक्तिगत हैंडल अभ्यर्थियों को भर्ती संबंधी सूचना प्रदान कर रहे हैं या उनकी ओर से प्रश्न उठा रहे हैं। न तो अभ्यर्थियों को और न ही बोर्ड को किसी मध्यस्थ की आवश्यकता है। बोर्ड के आधिकारिक हैंडल @upprpb तथा वेबसाइट द्वारा प्रदत्त सूचनाओं पर ही विश्वास करें।
— Uttar Pradesh Police Recruitment & Promotion Board (@upprpb) January 11, 2024
उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को लेकर बवंडर थमने का नाम नहीं ले रहा है. भर्ती बोर्ड ने सोशल मीडिया पर पेपर लीक की खबरों की जांच के लिए आंतरिक जांच कमेटी बैठा दी है. भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने बताया है कि अभ्यर्थियों के द्वारा सोशल मीडिया पर जो समस्याएं बताई जा रही हैं, उन समस्याओं को देखते हुए बोर्ड ने इंटरनल कमेटी गठित की है.
वायरल क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट को लेकर जांच की जाएगी.बोर्ड अध्यक्ष के मुताबिक, हमारे पास भी सभी वायरल चीज़ें हैं, जो सवाल वायरल हुए हैं, वो प्रश्नपत्र में कितने आए हैं और परीक्षा से पहले औरबाद में या उसके दौरान वायरल हुए हैं, इनकी भी जांच की जा रही है.भर्ती बोर्ड का कहना है कि हम सभी तथ्यों की जांच कर रहे हैं. 48 लाख बच्चों के भविष्य का सवाल है और किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे.
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर जो ट्वीट चल रहे हैं, उनमें कई प्रश्नपत्र के कथित फोटोकॉपी हैं. कई सवालों के लिखे हुए उत्तर की तस्वीरें हैं. ट्विटर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि पेपर लीक हो गया था और तमाम लोगों के पास पहले से आंसर पता थे. हालांकि ऐसे दावों की अभी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है.