ABC NEWS: ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे में कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे की वजह का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है. वहीं रविवार को एक और रेल हादसा सावधानी की वजह से टल गया. तमिलनाडु में कोल्लम जंक्शन से चलने वाली चेन्नई एग्मोर एक्सप्रेस के एक कोच में क्रैक आ गया था जिसे समय रहते रेलवे कर्मचारियों ने देख लिया. कोच में पहिए के ऊपर बेस में यह दरार थी.
जानकारी मिलने के बाद तुरंत इस कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया. इसके चलते ट्रेन आधा घंटा लेट भी हो गई. यह क्रैक ट्रेन के कोच एस 3 में आया था. इस कोच के यात्रियों को दूसरे कोच में जाने की इजाजत दी गई. रेलवे के एक कर्मचारी ने कहा कि अगर इस क्रैक पर नजर ना पड़ती और ट्रेन रवाना हो जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था. चलती ट्रेन में अगर कोच टूट जाता तो इसके पटरी से उतरने का खतरा था.
यह ट्रेन केरल के कोल्लम से चेन्नई के लिए चलती है. सेनगोत्ताई स्टेशन के बाद कोच में आए इस क्रैक के बारे में पता चला था. यह दरार पहिए के पास ही आई थी जो कि और ज्यादा खतरनाक थी. रेलकर्मचारियों की नजर पड़ते ही उन्होंने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। तुरंत ट्रेन को रोक दिया गया और पूरा महकमा हरकत में आ गया. इसके बाद कोच बदला गया.
यात्रियों को समझा बुझाकर उतारा गया और दूसरे कोच में शिफ्ट किया गया. आगे मदुरै में नया कोच जोड़ा गया और फिर से यात्रियों को शिफ्ट किया गया.
बता दें कि ओडिशा में भी जहां हादसा हुआ था वहां के रूट को दुरुस्त कर दिया गया है और ट्रेनों का आवागमन शुरू हो गया है.