ABC News: सपा विधायक इरफान सोलंकी को कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार को महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट लाया गया. यहां MP-MLA सेशन कोर्ट में इरफान, उनके भाई रिजवान समेत 5 लोगों के खिलाफ सुनवाई हुई. पेशी पर आते वक्त इरफान ने कहा, “जुल्मी कब तक जुल्म करेगा सत्ता के गलियारों से, जर्रा-जर्रा गूंज उठेगा इंकलाब के नारों से.”
#कानपुर
➡️पेशी के दौरान सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी भड़के
➡️पुलिस पर धक्का-मुक्की का लगाया आरोप
➡️इरफान ने कहा ऐसा बर्ताव किया जाता है जैसे मैं जानवर हूं
➡️इस्तीफा चाहिए तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं@MediaCellSP @samajwadiparty@yadavakhilesh#kanpur #IrfanSolanki… https://t.co/cLaAnFoGjg pic.twitter.com/o3iYBcPvYf— Abcnews.media (@abcnewsmedia) March 17, 2023
इरफान ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें मीडिया से बात करने नहीं दिया जा रहा है. अगर इस्तीफा चाहिए तो मैं देने को तैयार हूं. पुलिस पर भड़के विधायक इरफान सोलंकी ने कहा कि उन्हें ऐसे धक्का दिया जा रहा है, जैसे कि वह इंसान न होकर जानवर हैं. बोले कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. इस बीच, पत्नी नसीम सोलंकी ने कोर्ट परिसर में रोते हुए कहा कि 5 मिनट के लिए भी इरफान से मिलने नहीं दिया जा रहा. महाराजगंज जेल में भी मुश्किल से मिलने दिया जा रहा है. हम उन्हें मरा हुआ समझ लें क्या? योगी जी को हमारी परेशानी नहीं दिखती है क्या?”नसीम सोलंकी ने कहा, एक महिला ने झूठा आरोप लगाया, उसकी सुनवाई हो रही है. हम रो रहे हैं हमारी सुनी भी नहीं जा रही है.
सरकार और पुलिस हम लोगों के पीछे पड़ गई है. हमें और इरफान को माफ कर दीजिए, छोड़ दीजिए. बच्चों के 10वीं और 12वीं के एग्जाम हैं. हम बच्चों के एग्जाम दिलवाएं या कोर्ट में आएं. बता दें कि जाजमऊ आगजनी मामले में आरोप तय होने के बाद यह पहली सुनवाई है. इरफान के अलावा रिजवान, मोहम्मद शरीफ शौकत अली और इसराइल आटे वाला को कानपुर जेल से कोर्ट लाया गया. अभियोजन की ओर से सबसे पहले FIR दर्ज करने वाले को कोर्ट में गवाह के रूप में पेश किया गया. कोर्ट में गवाही के बाद बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने जिरह भी की. अधिवक्ता प्राची श्रीवास्तव ने बताया कि मुकदमे की वादिनी नजीर फातिमा की भी गवाही होनी थी. लेकिन तबीयत ठीक न होने के कारण वह कोर्ट नहीं आ सकी. उसकी ओर से कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र देकर अगली तारीख की मांग की गई है. इससे पहले, इरफान का काफिला कानपुर कचहरी के पास जाम में थोड़ी देर के लिए फंसा रहा। वकीलों के प्रदर्शन और सपा विधायक की पेशी को देखते हुए कानपुर कचहरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. पुलिस के साथ पीएसी और आरएएफ को भी तैनात किया गया है. कोर्ट के मेन गेट पर भी भारी सुरक्षा बल तैनात रहा.