ABC News: कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में धांधली को लेकर पार्टी के भीतर अंदरूनी राजनीति एक बार फिर से खुलकर सामने आ गई है. कांग्रेस ने गुरुवार (20 अक्टूबर) को शशि थरूर पर पार्टी अध्यक्ष चुनाव में गड़बड़ी के आरोप के लिए उनकी आलोचना की. कांग्रेस के सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने थरूर के चीफ पोलिंग एजेंट सलमान सोज के जरिए उनपर पर निशाना साधा है. मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि शशि थरूर के पोलिंग एजेंट के दो चेहरे हैं. एक मेरे सामने था, जिसमें आप हमारे जवाबों से संतुष्ट थे. दूसरा वो, जिसमें आप मीडिया के सामने जाकर ये सारे आरोप लगाने लगे.
मिस्त्री ने लिखा, “हमने आपके अनुरोध को स्वीकार कर लिया और इसके बावजूद आप केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण पर आपके खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाते हुए मीडिया के पास गए.” दरअसल शशि थरूर के चीफ पोलिंग एजेंट सलमान सोज ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में वोटिंग के दौरान अनियमितता बरतने का आरोप लगाया था. सोज ने आरोप लगाते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश में वोटिंग के दौरान गड़बड़ी की गई. उन्होंने कहा कि बिना पोलिंग एजेंट के बक्सों को सील किया गया. सोज ने दूसरे राज्यों में भी वोटिंग के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था. विवाद उस समय हुआ जब कांग्रेस के सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री को लिखी गयी ये चिट्ठी मीडिया में लीक हो गई. चिट्ठी के मीडिया में लीक होने पर शशि थरूर ने सफाई देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी को लिखी गई इंटरनल चिट्ठी मीडिया में लीक हो गई. थरूर ने विवाद बढ़ता देख कहा कि कहा कि पार्टी अध्यक्ष का यह चुनाव कांग्रेस को मजबूत करने के लिए है ना कि इसे विभाजित करने के लिए. मल्लिकार्जुन खरगे 24 वर्षों में पार्टी के पहले गैर-गांधी अध्यक्ष चुने गए. उन्होंने शशि थरूर को चुनाव में करारी शिकस्त दी. बुधवार (19 अक्टूबर) को आए रिजल्ट में खरगे ने 6825 वोटों से शशि थरूर को हराया. अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में खरगे को जहां 7897 वोट मिले, वहीं थरूर के खाते में 1072 वोट पड़े. मल्लिकार्जुन खरगे 26 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद की शपथ लेंगे.