ABC News: पॉपुलेशन कंट्रोल का मुद्दा रविवार को एक बार फिर चर्चा में आ गया. वजह है ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुसलिमीन चीफ असदुद्दीन ओवैसी का शनिवार को आया एक बयान. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमान बेवजह टेंशन में न आएं. उनकी आबादी बढ़ नहीं, घट रही है.
ओवैसी का ये बयान संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान का जवाब था, जिसमें भागवत ने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण और धर्म आधारित जनसंख्या असंतुलन ऐसे मुद्दे हैं, जिन्हें लंबे समय तक नजरंदाज नहीं किया जा सकता.
#WATCH | On RSS chief Mohan Bhagwat’s statement that there’s a religious imbalance in India, AIMIM chief Asaduddin Owaisi says, “Don’t fret, Muslim population is not increasing, it’s rather falling… Who’s using condoms the most? We are. Mohan Bhagwat won’t speak on this.” pic.twitter.com/kcaYLaNm7A
— ANI (@ANI) October 8, 2022
इस पर ओवैसी बोले- सबसे ज्यादा कंडोम का इस्तेमाल मुसलमान कर रहे हैं पर भागवत इस पर नहीं बोलेंगे. वे डेटा रखकर बात ही नहीं करते. न्यूज एजेंसी एएनआई ने असदुद्दीन ओवैसी का वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें वह कह रहे हैं, ‘मुस्लिमों की आबादी नहीं बढ़ रही है. आप बिना मतलब टेंशन ना लें. मुस्लिमों की आबादी गिर रही है. मुझे एक चैनल में डिबेट के लिए बुलाया गया. मैंने वहां कहा कि मैं बताऊंगा की भाजपा के बड़े नेताओं के माता-पिता से कितनी संतानें पैदा हुई हैं. फिर मुझे बोला गया कि नहीं आप सही बोलते हैं.’ साथ ही ओवैसी ने कहा, मुस्लिमों की जनसंख्या कम हो रही है. सबसे ज्यादा TFR मुस्लिमों में गिर रहा है.
#WATCH | Wherever there is a BJP govt in the country it feels like Muslims are living in an open jail….There is more respect for the road dog than Muslims: AIMIM MP Asaduddin Owaisi at an event yesterday pic.twitter.com/qcJUctvFmf
— ANI (@ANI) October 9, 2022
एक बच्चे से दूसरे बच्चे के पैदा होने के बीच गेप सबसे ज्यादा मुस्लिमों में है. सबसे ज्यादा कंडोम मुस्लिम कर रहे हैं. मोहन भागवत इस पर नहीं बोलेंगे. मोहन भागवत साहब कहां जनसंख्या बढ़ रही है, आप आकंड़ों के साथ बात कीजिए. आंकड़ों के साथ बात नहीं करेंगे.’ इससे पहले भी ओवैसी ने मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि देश पहले ही प्रतिस्थापन दर हासिल कर चुका है. ओवैसी ने ट्वीट में लिखा था, ‘यदि हिंदुओं और मुसलमानों का एक ही डीएनए है तो असंतुलन कहां है? जनसंख्या नियंत्रण की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि हमने पहले ही प्रतिस्थापन दर हासिल कर ली है. चिंता एक बूढ़ी होती आबादी और बेरोजगार युवाओं को लेकर है जो बुजुर्गों की सहायता नहीं कर सकते. मुसलमानों की प्रजनन दर में सबसे तेज गिरावट आई है.’