ABC News: पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी के मंडल कारागार में बंद होने से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है. विशेष निगरानी के लिए अलग-अलग जेलों के डिप्टी जेलर व वार्डन लगाए जा रहे हैं. इस बार अब कानपुर नगर के डिप्टी जेलर तैनात किए गए हैं. कड़ी सुरक्षा के लिहाज से जेल के अंदर व बाहर पीएसी भी पहरा दे रही है. कारागार में हर जगह सीसीटीवी कैमरे भी सक्रिय हैं.
माफिया मुख्तार को पंजाब की रूपनगर जेल से छह अप्रैल वर्ष 2021 को यहां मंडल कारागार में भेजा गया था. मुख्तार के आने के बाद से सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है. पिछले माह अगस्त में नोएडा जेल के डिप्टी जेलर उमेश बाबू को यहां विशेष निगरानी में तैनात किया गया था, जिन्हें अब वापस भेज दिया गया है. उनकी जगह अब कानपुर जिला जेल के राजेश को तैनात किया गया है. उन्होंने शनिवार शाम मंडल कारागार में ज्वाइन किया है. इसी तरह हर माह दूसरे रेंज के वार्डन भी बदले जाते हैं. इस समय मेरठ रेंज के अलग-अलग आठ जेलों के वार्डन पहरे पर नियुक्त किए गए हैं. माफिया की बैरक व उसके आसपास खासकर गैर जनपदों के वार्डन व डिप्टी जेलर को सुरक्षा में तैनात किया जाता किया जाता है, ताकि निगरानी के मामले में कोई घालमेल की स्थिति न बने. मंडल कारागार के अन्य वार्डन व डिप्टी जेलर गैर जनपदों के डिप्टी जेलर व वार्डनों का सहयोग करते हैं. आठ बाडीवार्न कैमरे, 44 सीसीटीवी कैमरे भी जेल में चारों ओर सक्रिय हैं. कारागार के अदंर डेढ़ सेक्शन पीएसी व बाहर पीएसी के 20 जवान हर जगह तैनात रहते हैं.