ABC NEWS: हरियाणा के सिरसा जिले की चार बेटियां सिविल जज की परीक्षा पास कर प्रदेश का मान बढ़ाया है. जज बने वाली बेटियों में ऐलनाबाद के अमृतसर खुर्द गांव की रहने वाली जसप्रीत कौर, गांव मौजदीन की रहने वाली रेनू बाला, डबवाली के गांव चौटाला की संतोष और सिरसा कोर्ट कॉलोनी की रहने वाली जैस्मीन प्रीत कौर हैं. इन चारों बेटियों की सफलता पर उनके परिवार, रिश्तेदारों और गांव में खुशी का माहौल है. बेटियों को बधाई देने के लिए उनके घरों पर बड़ी संख्या में लोगों का आना जारी है.
सिविल जज की परीक्षा पास करने वाली रेनू की मां गुरमीत कौर ने जी मीडिया को बताया कि उनके तीन बच्चे हैं. इसमें रेनू से बड़े भाई और उसका छोटा भाई है. उन्होंने बताया कि जब उनके बच्चे छोटे थे तो उनके पति गुजर गए. इसके बाद वह मुसीबत में आ गई लेकिन उसके भाई ने उन्हें सहारा दिया और रेनू को पढ़ाई के लिए अपने पास ले गए. इसके बाद रेनू ने पढ़ाई करते हुए आज यह मुकाम हासिल किया है उन्हें बहुत खुशी है कि उनकी बेटी इस मुकाम तक पहुंची है.
रेनू के मामा गुरमेज सिंह ने जी मीडिया को बताया कि रेनू के पापा की मृत्यु रेनू की छोटी उम्र में ही हो गई थी. इसके बाद पढ़ाई लिखाई के लिए रेनू को अपने गांव में ले आए और गांव के स्कूल से लेकर और चंडीगढ़ तक की पढ़ाई करवाई. घरेलू मुश्किलों के बावजूद भी रेनू ने पढ़ाई को जारी रखा.
वहीं, ऐलनाबाद निवासी जसप्रीत कौर ने जी मीडिया को बताया कि उन्होंने सिविल जज की परीक्षा की तैयारी कॉलेज में द्वितीय वर्ष से ही तैयारी शुरू की थी. कोविड के दौरान परीक्षा में देरी हुई लेकिन कोविड काल के समय को सदुपयोग कर घर पर ही सेल्फ स्टडी शुरू की. बचपन मे ही सिर से पिता का साया उठ गया. लेकिन मेरी मां व भाई ने पिता की कमी कभी महसूस नहीं होने दी. मेरी पढ़ाई में मेरे लिए सारथी की तरह काम किया. मां का सपना था मैं जज बनूं. मेरी मां मेरे लिए भगवान है. उनके सपने को पूरा करने की लगन ने मुझे हमेशा सकारात्मक ऊर्जा दी. अगर आपके हौसले मजबूत है तो कोई बाधा आपको कामयाब होने से नहीं रोक सकते. गरीब से गरीब व्यक्ति भी आईएस आईपीएस व न्यायाधीश बन सकता है,