ABC NEWS: UP के इटावा जिले मे चंबल नदी से करीब आधा किलोमीटर दूर भरेह गांव में विशालकाय मगरमच्छ मिलने से हड़कंप मच गया. चंबल सेंचुरी विभाग की टीम ने दो घंटे की कडी मशक्कत के बाद 11 फुट लंबे और करीब 200 किलो वजनी मगरमच्छ को पकड़ने मे कामयाबी पाई. चंबल सेचुरी के वन रेंज अफसर हरीशंकर शुक्ला ने बताया कि कुत्ते के भौंकने पर गांव वालों ने विशालकाय मगरमच्छ को देखा था और इसकी सूचना विभाग को दी थी.
दरअसल, भरेह गांव के किसान रामकुमार रविवार रात फसल की रखवाली करने के लिए खेत में बनी मचान पर लेटे थे. रात करीब नौ बजे खेत में हलचल दिखी और कुत्ता जोर-जोर से भौंकने लगा. रामकुमार ने जंगली जानवर समझकर आवाज लगाई और फिर टॉर्च जलाकर देखा तो सामने भारी भरकम मगरमच्छ था. इस पर किसान ने शोर मचाया तो आसपास मौजूद किसान पहुंच गए. सूचना पर प्रधान राघवेंद्र प्रताप सिंह सेंगर ग्रामीणों के साथ पहुंचे और सेंचुरी विभाग को इसकी जानकारी दी.
मगरमच्छ को चंबल नदी में छोड़ा
विभाग की टीम ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जाल डालकर मगरमच्छ को पकड़ लिया। रेंजर हरि किशोर शुक्ला ने बताया कि वयस्क मगरमच्छ को चंबल नदी में छोड़ दिया गया है. रेस्क्यू टीम में वन दरोगा विष्णु पाल चौहान, सिद्धार्थ मौर्य, रोहित कुमार और अजय कुमार शामिल रहे. उन्होंने बताया कि बाढ़ के बाद नदी के किनारे जानवरों का जाना कम हो जाता है. मगरमच्छ गाय और भैंस का गोबर खाते हैं. इस समय बाढ़ के कारण गाय और भैंस चंबल नदी किनारे नहीं जा रही हैं. इस कारण मगरमच्छ गांव की ओर आ रहे हैं.