ABC NEWS: UP पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. जांच में पता चला है कि 18 फरवरी को द्वितीय पाली में जो पेपर होना था वह 16 फरवरी को हरियाणा के एक रिसॉर्ट में करीब 1,000 बच्चों के सामने पहले ही सॉल्व कर लिया गया था. ये खुलासा, पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुए महेंद्र शर्मा ने किया है. महेंद्र शर्मा ने बताया कि उसे 2 लाख रुपये का लालच दिया गया था. इसके एवज में उसे पेपर सॉल्व करने में मदद करनी थी. आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है.
परीक्षा का सूत्रधार महेंद्र शर्मा आखिरकार एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया. इस जालसाज की गिरफ्तारी मंगलवार की शाम जींद जिले के पिल्लुखेड़ा से हुई. यहां रेलवे फाटक के पास स्टेट बैंक के बेसमेंट में बनी दुकान में छिपकर बैठा था. एसटीएफ की टीम ने इस जालसाज की गिरफ्तारी मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में दर्ज मुकदमे में करते हुए कोर्ट में पेश किया. जहां से इसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
पेपर लीक केस का किंगपिन कौन?
बता दें कि यूपी एसटीएफ ने 12 मार्च को हरियाणा के जींद जिले से महेंद्र शर्मा को दबोचा था. फिर मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में दर्ज केस के मामले में उसे जेल भेजा गया. पुलिस की पूछताछ के दौरान महेंद्र शर्मा ने बताया कि बीते 15 फरवरी को दिल्ली पुलिस में काम करने वाला विक्रम पहल उसे गुरुग्राम मानेसर स्थित रिजॉर्ट पर ले गया था और मदद करने के लिए 2 लाख रुपये देने का वादा किया था.
1000 अभ्यर्थियों के सामने पेपर हुआ सॉल्व
महेंद्र शर्मा ने बताया कि गुरुग्राम के उस रिसॉर्ट में पहले से 400 परीक्षार्थी मौजूद थे. 10-12 बसों से और परीक्षार्थियों को लेकर गौरव चौधरी वहां पहुंचा था. विक्रम पहल ने रिसॉर्ट में इकट्ठा हुए करीब 1,000 परीक्षार्थियों को बुलाकर मीटिंग की थी. फिर 16 फरवरी को सुबह 11 बजे ही विक्रम पहल अपने साथियों के साथ 18 फरवरी की दूसरी पाली का प्रश्न पत्र और आंसर की लेकर रिसॉर्ट में पहुंचा था.
परीक्षार्थियों को मानेसर रिसॉर्ट लेकर पहुंचा?
महेंद्र शर्मा ने ये भी खुलासा किया कि विक्रम पहल, अभिषेक शुक्ला और रवि के साथ मिलकर परीक्षा से पहले ही दिल्ली में यूपी पुलिस भर्ती का पेपर आउट करने और ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थियों को गुरुग्राम के रिसोर्ट में इकट्ठा का पेपर पढ़वाने की प्लानिंग कर रहा था. जान लें कि पुलिस ने महेंद्र शर्मा के पास से 1 मोबाइल बरामद किया, जिसमें अभ्यर्थियों को पेपर पढ़ाते समय का वीडियो और फोटोज हैं. इसके साथ ही पुलिस को उसके पास से यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र और आंसर की भी बरामद किया.
फोन में मिला सबूत
एसटीएफ ने आरोपी के पास से उसका मोबाइल फोन भी कब्जे में लिया है. इसके अलावा उसकी निशानदेही पर क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट भी बरामद किया गया है. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली पुलिस में तैनात विक्रम के जरिए महेंद्र रिसॉर्ट तक पहुंचा था. फिर इसी रिसॉर्ट से इस पूरे खेल को अंजाम दिया गया. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी के मोबाईल फोन में एक वीडियो भी मिला है, जिसमें वह अभ्यर्थियों को पेपर पढ़ा रहा है.
गिरोह के सदस्यों के नाम बताए
इस रिसोर्ट में करीब 300-400 परीक्षार्थी पहले से मौजूद थे. रिसोर्ट का मालिक भी पहले से वहां मौजूद था. विक्रम ने सबके साथ मीटिंग की और अगले दिन 16 फरवरी को आंसरशीट सबको बांट दिया. उसके साथ कुछ और लोग भी थे, जो इस वारदात में शामिल थे. महेंद्र ने उन सभी आरोपियों के नाम पते एसटीएफ को बताए हैं. अब एसटीएफ की टीम इन आरोपियों की तलाश में जुट गई है.