ABC NEWS: पाकिस्तान में सुबह से चल रहे घटनाक्रम में शाम को फिर मोड़ आ गया. यहां इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर ताबड़तोड़ फायरिंग की बात सामने आई है. इस्लामाबाद पुलिस ने कहा G-13 अंडरपास पर फायरिंग की गई है. इसके बाद पूर्व पीएम इमरान खान को वापस कोर्ट रूम में जाने के लिए कहा गया है. पुलिस का कहना है कि फायरिंग के दौरान किसी अधिकारी को चोट नहीं आई. यहां सर्च ऑपरेशन चल रहा है. हालांकि फायरिंग के 15 मिनट बाद, कोर्ट के बाहर सिक्योरिटी क्लियर कर दी गई है.
बहाल किया गया सोशल मीडिया
सूत्रों के मुताबिक, घटनास्थल पर हवाई फायरिंग की आवाजें सुनी गई हैं और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं. इस घटना के तकरीबन एक घंटे बाद इस्लामाबाद के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है.
इमरान खान ने की प्रदर्शनकारियों से शांत रहने की अपील
वहीं, फायरिंग के बाद इमरान खान ने प्रदनकारियों से शांत रहने की अपील की है. उन्होंने अपीली अंदाज में कहा कि “मुझे अदालत से जमानत मिल गई है. लाहौर से निकलने के लिए पिछले 4 घंटों से इंतजार कर रहा हूं” इस्लामाबाद के G11 और G13 इलाके के आसपास अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है. पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए गियर गैस छोड़ी गई. इलाके में अभी भी हवाई फायरिंग की आवाज सुनाई दे रही हैं. वहीं, प्रदर्शनकारियों द्वारा एक वाहन को भी फूंक दिया गया है.
साढ़े चार घंटे से कोर्ट में हैं इमरान
इस्लामाबाद पुलिस ने शुक्रवार शाम को कहा कि G-13 अंडरपास के पास फायरिंग हुई है. साथ ही, इस्लामाबाद हाई कोर्ट के आसपास रुक-रुक कर फायरिंग हो रही थी, सुरक्षा को अलर्ट कर दिया गया था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि SMG और पिस्टल से फायरिंग हुई है, फायरिंग जारी है, ऐसे में इमरान खान को बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती. जिस जगह पर फायरिंग की गई है, उसे पेशावर मोड़ के नाम से भी जाना जाता है. इस्लामाबाद हाई कोर्ट से लाहौर जाने के लिए इमरान खान को उसी रास्ते से जाना होगा. इसलिए उन्हें सिक्योरिटी क्लियरेंस नहीं दी जा सकती है. जमानत मिलने के साढ़े चार घंटे बाद भी इमरान खान कोर्ट से नहीं निकल पाए हैं. वहीं, पूर्व पीएम ने IG पुलिस से कहा है कि 15 मिनट में सिक्योरिटी क्लियरेंस दें. तुरंत रास्ता साफ कराइए, उन्हें लाहौर के लिए निकलना है. खान ने कहा, कि अगर रास्ता साफ नहीं हुआ तो वह सख्त रुख अपनाएंगे.
17 मई तक के लिए मिली राहत
बता दें कि, पाकिस्तान में हालात अभी भी अस्थिर हैं. शुक्रवार को दिन भर चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद पूर्व पीएम इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी. इसके साथ ही किसी भी मामले में उनकी हर गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है. यानी कि पीटीआई चीफ को 17 मई तक के लिए बड़ी राहत मिल गई है. कोर्ट से बाहर आने के बाद इमरान खान मीडिया से मुखातिब हुए और पाकिस्तान में चल रहे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
सेनाध्यक्ष कर रहे हैं देश बर्बाद
इमरान खान पूर्व पाक पीएम ने कहा कि, यह मामला सुरक्षा का नहीं है. केवल एक आदमी है जो इसके लिए जिम्मेदार है, वह सेना प्रमुख हैं. सेना प्रमुख को डर है कि सत्ता में वापस आने के बाद वह अपना पद खो देंगे, लेकिन मैं उनके खिलाफ कुछ नहीं करूंगा. खान ने कहा कि ‘मैंने उन्हें पहले भी चेताया था कि इस देश को अब गलत रास्ते पर मत ले जाना, आज जब जनता घरों से निकली तो यह उनकी जिम्मेदारी है. मुझे नहीं पता था कि लाहौर कोर कमांडर के घर में क्या हुआ, मैं जेल में बंद था.सेनाध्यक्ष ही इस देश को बर्बाद कर रहे है और इस देश को इतना नुकसान पहुंचा रहे हैं, जितना हमारे दुश्मनों ने भी नहीं पहुंचाया.’
पूरे पंजाब से 3000 लोगों को किया गिरफ्तार
पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल पुलिस डॉ उस्मान अनवर ने बताया कि मंगलवार से हिंसक झड़पों के दौरान पूरे पंजाब में 3,000 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से अधिकतर प्रांतीय राजधानी लाहौर से हैं. उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने स्टेट में 14 राज्य भवनों/प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाने के अलावा 80 से अधिक वाहनों को फूंक दिया है. अनवर ने कहा कि 150 से अधिक पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं, गिरफ्तार किए गए लोगों पर आतंकवाद के आरोपों के तहत मुकदमा चलाया जाएगा. लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी ने मरने वालों की संख्या 10 बताई है, लेकिन पीटीआई का दावा है कि उसके 40 कार्यकर्ता संघर्ष में मारे गए हैं.
पीटीआई के 40 कार्यकर्ताओं की मौत
पीटीआई नेता मुराद सईद ने एक वीडियो जारी कर कहा कि, “पूरे पाकिस्तान में झड़पों के दौरान पीटीआई के कम से कम 40 कार्यकर्ता मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए हैं” पुलिस ने शुक्रवार को पूर्व मंत्री डॉक्टर शिरीन मजारी, डॉक्टर यास्मीन राशिद, खुसरो बख्तियार और एजाज चौधरी समेत पीटीआई के कई नेताओं को भी गिरफ्तार किया था. कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पार्टी के मुख्य नेतृत्व शाह महमूद कुरैशी, फवाद चौधरी, असद उमर, कासिम सूरी, अली मुहम्मद खान और मलीका बुखारी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.
सेना के मुख्यालय पर भी हमला
पूर्व पीएम के समर्थकों ने जहां, रावलपिंडी में सेना के जनरल मुख्यालय पर हमला किया वहीं, इस्लामाबाद के साथ-साथ पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में भी ऐसी छिटपुट खबरें सामने आती रहीं. वहीं, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना को तैनात किया गया था. लाहौर कॉर्प्स कमांडर, सलमान फैयाज गनी को अपना कार्यालय भी छोड़ना पड़ा, इससे पहले उनके निवास पर आग लगा दी गई थी.
कमांडर हाउस में भी लगाई आग
पीटीआई के प्रदर्शनकारियों ने खान की गिरफ्तारी पर अपना गुस्सा निकालने के लिए लाहौर में जिन्ना हाउस के रूप में जाने जाने वाले कोर कमांडर हाउस में भी आग लगा दी है. पुलिस ने सेना कमांडर के घर में आग लगाने के लिए खान और उनकी पार्टी के 1,500 नेताओं और कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया है, जिसमें दो प्रदर्शनकारी मारे गए थे. बता दें कि इमरान खान, संसद में अविश्वास मत से बाहर होने वाले एकमात्र पाकिस्तानी प्रधान मंत्री हैं.