ABC News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सुसाइड नोट’ वाले ‘जोक’ पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हजारों परिवार आत्महत्याओं की वजह से अपने बच्चे को खो देते हैं. प्रधानमंत्री को उनका मजाक नहीं उड़ाना चाहिए. पीएम मोदी ने एक निजी टीवी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में हंसी भरे लहजे में एक जोक सुनाया.
हज़ारों परिवार आत्महत्या के कारण अपने बच्चों को खोते हैं।
प्रधानमंत्री को उनका मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 27, 2023
पीएम ने बताया कि उन्होंने वो जोक बचपन में सुना था.प्रधानमंत्री मोदी ने निजी टीवी चैनल के प्रमुख के बारे में बात करते हुए ‘सुसाइड नोट पर जोक मारते हैं और कहते हैं कि एक प्रोफसर अपनी बेटी के जाने के बाद उसके द्वारा लिखी गई सुसाइड नोट पढ़ रहा होता है, जिसमें सुसाइड की स्पेलिंग गलत लिखी होती है. वह अपनी बेटी द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में गलतियों पर हंसता है. प्रधानमंत्री के इस जोक पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पीएम की आलोचना करते हुए कहा कि डिप्रेशन और सुसाइड, खासतौर पर युवाओं में इसकी शिकायतों पर हंसना नहीं चाहिए. प्रियंका ने नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा दिए गए आंकड़े का भी जिक्र किया और बताया कि 2021 में 164,033 लोगों ने आत्महत्याएं की. इनमें बड़ी संख्या 30 साल से कम उम्र वाले लोगों की है. यह मजाक नहीं त्रासदी है.कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी प्रधानमंत्री का वीडियो ट्वीट किया गया है. कांग्रेस ने भी एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि हर दिन 450 आदमी सुसाइड करने पर मजबूर होता है और यह हमारे प्रधानमंत्री के लिए ‘जोक’ है.