ABC NEWS: रामचरितमानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित टिप्पणी के बाद संत समाज में नाराजगी है. सोमवार को कानपुर में सिद्धनाथ धाम के महंत अरुण चैतन्यपुरी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, “स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस की चौपाइयों का गलत अर्थ निकाल कर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं.
वह न तो बसपा के हुए न भाजपा के. उन्हें मानस की चौपाइयों का अर्थ नहीं मालूम है. वह अर्थ का अनर्थ बनाकर केवल लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. ऐसे लोग समाज का कभी भला नहीं कर सकते हैं. उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. उन्होंने हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ किया है. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.”
वहीं दूसरी तरह योगी सरकार में सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने रामचरितमानस पर टिप्पणी करने वालों को बाबर की संतान बता डाला. उन्होंने कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को राजनीति के लिहाज से नासमझ बताया. उन्होंने ये बातें लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर कार्यकर्ताओं के स्वागत के दौरान कहीं.
पनकीधाम मंदिर के महंत कृष्ण दास
कानपुर में बांटी गई रामचरितमानस की 5 हजार प्रतियां
सोमवार को कानपुर में संतों ने घर- घर रामचरितमानस का संदेश पहुंचाने के लिए मानस की प्रतियां बांटी. इसकी शुरुआत परमट तिराहे से की गई. शहर के अलग-अलग चौक चौराहों पर 5000 रामचरितमानस की प्रतियों का वितरण हुआ.
प्रदेश में 1 महीने में 1 लाख प्रतियां बांटी जाएंगी
महंत अरुण ने कहा कि रामचरितमानस लोगों को जीने का तरीका सिखाती है. संत समाज घर-घर में रामचरितमानस पहुंचाने का प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में कानपुर में 5000 प्रतियों का वितरण किया जा रहा है. 1 महीने में पूरे उत्तर प्रदेश में 1 लाख से अधिक प्रतियां वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है.
संतों- महंतों ने की सपा नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग
रामचरितमानस ग्रंथ के वितरण कार्यक्रम में पनकीधाम मंदिर के महंत महंत कृष्ण दास, ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पद्मेश समेत भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश पाल शामिल हुए. इस दौरान भाजपा नेता प्रकाश पाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता रामचरितमानस की चौपाइयों का अर्थ समझे बिना टिप्पणी कर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं. ये पूरी तरह गलत है. स्वामी प्रसाद मौर्य पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.