ABC NEWS: मथुरा की अदालत में श्रीकृष्ण जन्मभूमि ईदगाह मामले पर चल रही सुनवाई के दौरान अजब नजारा देखने को मिला. अदालत के समक्ष भगवान श्रीकृष्ण ने हाजिरी लगाई. अदालत ने भगवान की उपस्थिति को स्वीकार करते हुए अगली तारीख पर उनको न लाने के आदेश भी दे दिए. 13 फरवरी को अब भगवान के सखा के रूप में अन्य वादी हाजिर होंगे.
श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह स्वामित्व मामले में सुनवाई के दौरान आशुतोष पांडे भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति लेकर कोर्ट पहुंचे. आशुतोष पांडे ने बताया कि उनके द्वारा दायर किए वाद में ठाकुरजी भी वादी है. 23 जनवरी को हुई सुनवाई के दौरान अदालत ने वादी संख्या 6 सहित सभी वादियों को अदालत में हाजिर होने को कहा था. ठाकुरजी खुद वादी संख्या 6 हैं.
अदालत के निर्देशों के अनुपालन में मंगलवार को सुनवाई के दौरान वह ठाकुर जी को अदालत लेकर पहुंचे. अदालत ने ठाकुर जी की उपस्थिति को स्वीकार करते हुए भविष्य में उन्हें अदालत नहीं लाने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि सुनवाई के दौरान अदालत से अमीन सर्वे कराने के आदेश जारी करने के लिए आग्रह किया गया. अदालत ने सभी को नोटिस जारी करने के लिए कहा. अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 13 फरवरी की तिथि निर्धारित की है.
शाही मस्जिद ईदगाह इंतजामिया कमेटी के सचिव व अधिवक्ता तनवीर अहमद ने बताया कि नो वर्क था. आशुतोष पांडे ठाकुर जी के विग्रह को लेकर अदालत पहुंचे थे. उन्होंने नो वर्क में भी सुनवाई के लिए आग्रह किया, तो अदालत ने सुनवाई की. ठाकुर जी को कोर्ट में देख अदालत ने नाराजगी जाहिर करते हुए वादी से कहा कि इन्हें क्यों लेकर आए हो.
इस पर वादी ने कहा कि पिछली सुनवाई पर अदालत ने वाद मित्र को अदालत में हाजिर होने के लिए कहा था. इस पर अदालत ने वादी को निर्देशित किया की वह भविष्य में ठाकुर जी को अदालत में लेकर ना आएं. उन्होंने बताया कि वादी ने अदालत के समक्ष वाद से जुड़ी प्रतियां उन्हें सौंपी. अगली सुनवाई 13 फरवरी को अदालत के समक्ष वह अपना पक्ष रखेंगे.