ABC News: राजस्थान के जयपुर में इन दिनों संघ का कार्यक्रम चल रहा है, इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले भी पहुंचे हुए हैं. इस कार्यक्रम में आए संघ के सदस्यों और बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए होसबोले ने कहा कि भारत में गौ-मांस खाने वालों की भी घर वापसी हो सकती है, क्योंकि भारत में रहने वाला हर व्यक्ति जन्म से हिंदू है.
समाचार एजेंसी दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार्यवाहक ने कहा कि भारत में 600 से अधिक जनजातियां कहती थीं कि हम अलग हैं. हम हिंदू नहीं हैं. भारत विरोधी ताकतों ने उन्हें उकसाने का काम किया था. इस पर गोलवलकर जी ने कहा कि वे हिंदू हैं. उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हैं, क्योंकि हम वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा पर काम करते हैं. किसी ने मजबूरी में गौ मांस ही क्यों न खाया हो, किसी कारण से वे चले गए तो दरवाजा बंद नहीं कर सकते हैं. आज भी उसकी घर वापसी हो सकती है. कार्यक्रम में बोलते हुए सरकार्यवाहक ने आगे कहा कि संघ को समझने के लिए दिमाग नहीं, दिल चाहिए, केवल दिमाग से काम नहीं चलेगा, क्योंकि दिल और दिमाग बनाना ही संघ का काम है. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि आज संघ का प्रभाव भारत के राष्ट्रीय जीवन में है. कार्यक्रम में बोलते हुए सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि संघ न तो दक्षिणपंथी है और न ही वामपंथी है, बल्कि वह राष्ट्रवादी है. उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले सभी नागरिक हिंदू हैं, क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे. उन्होंने कहा कि उनकी पूजा पद्धति अलग हो सकती है, लेकिन उन सभी का डीएनए एक है. सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयास से ही भारत एक दिन विश्वगुरू बनकर दुनिया का नेतृत्व करेगा. उन्होंने कहा कि संघ भारत के सभी मतों और संप्रदायों को एक मानता है. होसबाले ने कहा कि देश में लोकतंत्र की स्थापना में आरएसएस की अहम भूमिका रही है. इस कार्यक्रम में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष डॉ. महेश चन्द्र शर्मा, अशोक परनामी और प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया भी मौजूद थे.