ABC News: पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरुवार रात निधन हो गया. उनकी बेटी ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इसकी पुष्टि की. वे 75 साल के थे. शरद यादव कई सरकारों में केंद्रीय मंत्री भी रहे चुके थे. शरद यादव ने 2018 में लोकतांत्रिक जनता दल का गठन किया था. मार्च 2020 में उन्होंने लालू यादव के संगठन राजद में विलय कर लिया. उन्होंने कहा था कि एकजुट विपक्ष की ओर पहला कदम था.
Pained by the passing away of Shri Sharad Yadav Ji. In his long years in public life, he distinguished himself as MP and Minister. He was greatly inspired by Dr. Lohia’s ideals. I will always cherish our interactions. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2023
उनके निधन पर राजनीतिक जगत में शोक की लहर है. उनके देहांत पर पीएम मोदी ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि शरद यादव के निधन से बहुत दुख हुआ. अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया. वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे. मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं.
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज सुबह उनके घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. राहुल गांधी शरद यादव के परिजनों से भी मिले. शरद यादव की बेटी और कांग्रेस नेता सुभाषिनी राज राव राहुल गांधी से गले मिलकर फूट-फूटकर रो रही थी. राहुल गांधी उन्हें संभालते हुए दिखे. राहुल गांधी ने कहा, “मैंने शरद यादव जी से राजनीति के बारे में बहुत कुछ सीखा है. आज उनके निधन ने मुझे दुखी कर दिया है. मेरी दादी के साथ उनकी काफी राजनीतिक लड़ाई हुई थी. मगर उनके बीच सम्मान का रिश्ता था. उन्होंने मुझे जो बताया, वो रिश्ते की शुरुआत थी, राजनीति के बारे में मैंने उनसे बहुत सीखा है, शरद यादव जी नहीं रहें. उन्होंने राजनीति में अपनी इज्जत बनाएं रखी क्योंकि राजनीति में सम्मान खोना बहुत आसान होता है.”