ABC News: फर्रुखाबाद जिले में बेटे की ससुराल वालों के साथ चल ही पंचायत के दौरान पूर्व फौजी की लाइसेंसी बंदूक से चली गोली ने उसकी पत्नी की जान ले ली. इससे गुस्साए पूर्व फौजी ने समधन पर मूसल से वार कर उनकी हत्या कर दी. बहू भी घायल हो गई. बहू की बहन ने फौजी से बंदूक छीनकर शोर मचाया. इसके बाद पहुंची पुलिस ने पूर्व फौजी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने लाइसेंसी बंदूक, तीन खोखे व मूसल बरामद किया है.
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला शिवाजीनगर निवासी पूर्व फौजी विजय शंकर श्रीवास्तव का बेटा माधव श्रीवास्तव हिमाचल में सेना में तैनात है. माधव की 22 फरवरी को मोहल्ला नगला नैन निवासी राजेश श्रीवास्तव की बेटी काजल (22) से शादी हुई थी. कुछ दिन बाद विवाद के कारण काजल मायके में रहने लगी. काजल ने ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था. तीन दिन पहले काजल, मां सरिता के साथ कोतवाली पहुंची और दहेज का सामान वापस दिलवाने के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया था. पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिया था. सोमवार को काजल, मां सरिता (42) व बहन के साथ ससुराल पहुंची. वहां दहेज के सामान को लेकर विजय शंकर व उनकी पत्नी सत्यवती (58) से कहासुनी के बीच मारपीट होने लगी. विजय शंकर ने विवाद बढ़ता देख अपनी लाइसेंसी बंदूक समधन सरिता के पर तान दी. छीना झपटी में बंदूक चल गई और गोली लगने से सत्यवती की मौत हो गई. इसके बाद दो गोली और चली. काजल की बहन ने विजय से बंदूक छीनकर जीने की कुंडी बंद की और छत पर चली गई. इस बीच विजय शंकर ने मूसल से समधन सरिता के सिर पर कई वार किए बचाने पर बहू काजल के भी सिर पर मूसल मार दिया. इससे समधन की मौत हो गई और गंभीर रूप से घायल काजल घर के बाहर निकल आई. मोहल्ले के लोगों की भीड़ लग गई. सूचना पर पहुंचे परिजनों ने काजल को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया. वहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने रेफर कर दिया. पुलिस मौके पर पहुंची तो पूर्व सैनिक विजय शंकर घर के बाहर बैठे मिले. पुलिस ने उसे पकड़ लिया. घर के अंदर जाकर छानबीन की. बरामदे में सत्यवती व गैलरी में सरिता का शव पड़ा था. पास में खून से सना मसूल व तीन खोखे पड़े मिले. पुलिस को छत पर बंदूक भी मिल गई. एएसपी व सीओ सिटी प्रदीप कुमार सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण किया. एएसपी अजय प्रताप ने बताया कि पूर्व फौजी हिरासत में है. तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. पूर्व सैनिक विजय शंकर ने बताया कि पुत्रवधू काजल, समधन सरिता, पुत्रवधू की बहन घर में दहेज का सामान मांगने आए थे. जबकि शादी के कुछ दिन बाद की काजल दहेज के सारे जेवर लेकर चली गई थी. यह लोग गाली गलौज कर उसके व पत्नी के साथ चप्पल से मारपीट कर रहे थे. मारपीट में उसका दांत टूट गया. आत्मरक्षा के लिए बंदूक निकाली और छीनाझपटी में गोली चलने से पत्नी सत्यवती की मौत हो गई. इसके बाद गुस्से में क्या हुआ उसका कोई अफसोस नहीं है.