ABC NEWS: कानपुर शहर में जीका वायरस के संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. अब तक 39 महिलाएं जीका की चपेट में आ चुकी हैं, जिसमें दो गर्भवती भी हैं. ऐसे में जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) और डफरिन अस्पताल में जीका वार्ड तैयार किए गए हैं. उन वार्डों में आधुनिक सुविधाओं के साथ प्रत्येक बेड पर मच्छरदानी भी लगाई गई है. इधर मंगलवार को 16 और संक्रमित मिलने के बाद संख्या सौ पार करके 105 हो गई है.
हैलट के मेटरनिटी विंग की दूसरी मंजिल में वार्ड
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) के मेटरनिटी विंग के दूसरी मंजिल स्थित पूरे हाल को ही जीका वार्ड और संक्रामक रोग अस्पताल में भी जीका वार्ड बनाया गया है. एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या ने बताया कि जीका संक्रमितों के लिए 45 बेड रिजर्व किए गए हैं. उसमें 30 बेड मेटरनिटी विंग में महिलाओं व बच्चों के लिए सुरक्षित किए गए हैं. उसमें आधुनिक सुविधाएं एवं मच्छरों से बचाव के लिए प्रत्येक बेड पर मच्छरदानी भी लगाई गई है. मच्छरों को मारने के लिए भी इंतजाम किए गए हैं. इस वार्ड में पाइपलाइन से आक्सीजन सप्लाई की भी व्यवस्था है. इसके अलावा एलएलआर के संक्रामक रोग अस्पताल (आइडीएच) में भी 15 बेड जीका संक्रमितों के लिए रिजर्व किए गए हैं.
डफरिन में संक्रमितों के प्रसव का इंतजाम
डफरिन की सीएमएस डा. सीमा श्रीवास्तव ने बताया कि जीका संक्रमित गर्भवती के लिए अस्पताल में 25 बेड तैयार किए गए हैं. पेईंग वार्ड को जीका वार्ड बनाया गया है, जिसमें 15 बेड हैं। इसके अलावा पोस्ट आपरेटिव पेशेंट (पीओपी) वार्ड में 10 बेड रिजर्व किए गए हैं. अगर आपातस्थिति में जीका संक्रमित गर्भवती का प्रसव कराने के लिए पीओपी वार्ड में 10 बेड तैयार किए गए हैं. वार्ड को में सभी बेडों पर मच्छरदानी लगाई गईं हैं.