ABC NEWS: अबू धाबी में सोमवार को तीन तेल टैंकरों में विस्फोट और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के मुख्य हवाई अड्डे के एक विस्तार पटल पर आग लगने की एक अन्य घटना संदिग्ध ड्रोन हमले की वजह से हुई हो सकती है, जिनमें तीन लोगों की मौत हो गयी और छह लोग घायल हो गये. पुलिस ने एक बयान में यह बात कही. अबू धाबी पुलिस ने मृतकों की पहचान दो भारतीय नागरिकों और एक पाकिस्तानी के तौर की है. घायलों की पहचान नहीं हुई है, जिन्हें पुलिस के अनुसार मामूली चोट आई हैं. पुलिस ने कहा कि जांच चल रही है.
#Breaking: Three Oil Tankers Explode in Abu Dhabi, #UAE, #Houthi Drone Suspected#AbuDhabi #BreakingNewshttps://t.co/bxeS1BHfMj
— Al Bawaba News (@AlBawabaEnglish) January 17, 2022
अबू धाबी पुलिस ने संदिग्ध हमले के पीछे अभी किसी पर संदेह नहीं जताया है, लेकिन यमन के हूती विद्रोहियों ने संयुक्त अरब अमीरात पर निशाना साधने के लिए हमला करने की जिम्मेदारी ली है. ईरान समर्थित हूतियों ने पहले भी अनेक हमलों को अंजाम दिये जाने का दावा किया है, जिन्हें बाद में अमीरात के अधिकारियों ने खारिज कर दिया.
अबू धाबी पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में छोटी-छोटी उड़ने वाली वस्तुओं के दोनों इलाकों में गिरने का पता चला है, जो संभवत: ड्रोन से संबंधित हो सकती हैं. इनसे विस्फोट और आग की घटना को अंजाम दिया गया हो सकता है. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. पुलिस ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी.
हूती सैन्य प्रवक्ता ने क्या कहा
पिछले कुछ सप्ताह में हूती विद्रोही दबाव में आ गये हैं और भारी नुकसान उठा रहे हैं, जहां यूएई समर्थित यमन के बलों ने देश के प्रमुख दक्षिणी और मध्य प्रांतों में विद्रोही समूहों को खदेड़ दिया है. इस बीच, स्पुतनिक एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने हमले के समय में अलमासिराह प्रसारक (Almasirah Broadcaster) को बताया कि यमनी विद्रोही समूह जल्द ही संयुक्त अरब अमीरात में सैन्य अभियान को लेकर अपना ब्योरा पेश करेगा.
क्यों यूएई पर हमलावर हैं हूती विद्रोही
यूएई 2015 की शुरुआत से ही यमन में संघर्ष कर रहा है. यमन में अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त सरकार को सत्ता से बेदखल किये जाने के बाद ईरान समर्थित हूतियों के खिलाफ हमला छेड़ने वाले सऊदी नीत गठबंधन में यूएई अहम सदस्य था. यूएई ने यमन में अपने सैनिकों की संख्या कम कर दी है, लेकिन वह संघर्ष में सक्रियता से शामिल है और हूतियों से लड़ रहे प्रमुख मिलीशिया का समर्थन करता है. वह यमन में आतंकवाद निरोधक अभियानों में अमेरिका के साथ भी सहयोग कर रहा है.
यह घटना ऐसे समय में घटी है जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ-इन यूएई के दौरे पर हैं. संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के साथ मून की मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने यूएई को सतह से हवा में प्रहार करने वाली मध्यम दूरी की दक्षिण कोरियाई मिसाइलों की बिक्री के लिए करीब 3.5 अरब डॉलर का समझौता किया.