ABC NEWS: आपदा ने पांव पसारे तो मददगारों ने भी मदद के लिए हाथ खोल दिए हैं। कानपुर के हैलट में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदारों का पेट बाबा की रसोई भर रही है. नवाबगंज गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा संचालित इस रसोई से जरूरतमंदों को नि :शुल्क भोजन वितरित किया जा रहा है.
नवाबगंज गुरुद्वारा के प्रबंधक मान सिंह बग्गा ने चार साल पहले बाबा की रसोई शुरू की थी. हैलट अस्पताल में आने वाले बीमार और तीमारदार को वह पांच रुपये लेकर भोजन देते थे. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य लोगों को थाली में भोजन परोसते थे. चूंकि कोविड संक्रमण के दौर में परिस्थितियां बदल चुकी हैं, ऐसे में अब भोजन का पैसा नहीं लिया जाता है. हर जरूरतमंद को पैकेट बनाकर खाना मुहैया कराया जाता है. प्रतिदिन दोपहर दो से तीन बजे के बीच ढाई सौ पैकेट लेकर प्रबंधक कमेटी के सदस्य हैलट के बाल चिकित्सालय पहुंचते हैं. हैलट प्रशासन ने यहां जगह भी दे रखी है। इसके साथ ही नवाबगंज गुरुद्वारा में भी सौ पैकेट बांटे जाते हैं. उन्होंने बताया कि जब कोई भोजन के लिए फोन करता है तो प्रबंधक कमेटी की पूरी कोशिश होती है कि उस तक भोजन पहुंचाया जाए.
