ABC NEWS: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) चुनाव प्रचार के लिए बुधवार को वाराणसी पहुंचीं. इससे पहले, ममता बनर्जी आज दशाश्वमेध घाट की आरती देखने गई. इस दौरान, बीजेपी समर्थकों ने नारेबाजी की. जवाब में ममता समर्थकों ने भी नारे लगाए. अखिलेश यादव ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को ममता बनर्जी को काले झंडे दिखाने का आरोप लगाते हुए चुटकी ली.
दशाश्वमेध घाट में आरती स्थल पर ममता बनर्जी के पहुंचते ही बीजेपी के समर्थक ‘मोदी-मोदी’ का नारा लगाने लगे. ममता बनर्जी के समर्थक भी ममता दीदी का नारा लगाने लगे. दोनों के समर्थकों के बीच में नारेबाजी हुई. इससे, नाराज ममता घाट की सीढ़ी पर ही बैठ गईं. हालांकि, उनका आरती में बैठकर देखने का इंतजाम था, लेकिन विरोध से नाराज ममता बनर्जी ने सीढ़ियों पर बैठकर अपना नाराजगी जाहिर की. भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी.
#WATCH | A group of people showed black flags to West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee in Varanasi. She was in the city to campaign for Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav #UttarPradeshElections2022 pic.twitter.com/1Wl6rrBNgC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 2, 2022
घटना पर टीएमएमसी नेता ललितेश त्रिपाठी का कहना है कि ममता बनर्जी नाराज नहीं थी. वो परम्परागत तरीक़े से आरती देखी हैं जैसे कि पहले घाटों के सीढ़ियों पर देखा जाता था. लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि बनारस में जिस तरह से व्यवहार हुआ ये तरीका बनारस का नहीं है.
#WATCH | West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee attends Ganga Aarti at Dashashwamedh Ghat in Varanasi, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/jlyG97fU9G
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 2, 2022
बता दें कि ममता बनर्जी वाराणसी में बृहस्पतिवार को अखिलेश यादव के साथ एक रैली करेंगी और शुक्रवार शाम को कोलकाता लौटेंगी. वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. बनर्जी ने यहां कहा, ‘‘मैं समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के लिए प्रचार करने वाराणसी जा रही हूं.”
समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “भाजपा के बिगड़े हालात हैं क्योंकि दीदी-भइया साथ हैं. भाजपा पश्चिम बंगाल में हुई शर्मिंदा हार के सदमे से अभी भी नहीं उबरी है. इसीलिए ममता बनर्जी को बनारस में काले झंडे दिखा रही है. ये भाजपाइयों की हताशा का ही दूसरा रूप है क्योंकि वो जानते हैं कि वो उप्र भी बुरी तरह हार रहे हैं.”