ABC News: कानपुर में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से डरने नहीं बल्कि सावधान रहने की जरूरत है. इतना ही नहीं कोरोना का यह वैरिएंट डेल्टा से कम घातक है. अंतरराष्ट्रीय स्टडी के बाद यह बात सामने आई है. GSVM के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि इस नए वैरिएंट से लड़ने के लिए मेडिकल कॉलेज पूरी तरह से तैयार है. इसके लिये 22 बेड हैलट अस्पताल में आरक्षित किए गए हैं.
डॉ. संजय काला के मुताबिक कोरोना से लड़ाई जीतने का एक मात्र आसान तरीका सिर्फ सावधानी है. लोग बेफिक्र न रहे बल्कि सतर्क रहें. ओमिक्रॉन के दुनिया भर में 215 केस पाए गए हैं. जिन लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया, उनमें गम्भीर लक्षण नहीं पाए गए हैं. ऐसे में इस वैरिएंट से डरने नहीं बल्कि सावधान रहने की जरूरत है. डॉ संजय कला ने बताया कि आने वाले तीन महीने में GSVM के सभी अस्पतालों में एक हजार से ज्यादा बेड़ों पर आक्सीजन की सुविधा मिलेगी. वर्तमान में यह संख्या 525 है. तीन महीने के भीतर तीसरा ऑक्सीजन प्लांट शुरू कर दिया जाएगा. जिसके बाद से हैलट में एक हजार से ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन वाले बेड मिल सकेंगे.