ABC News: आंध्र प्रदेश के कडापा स्थित बी कोडुरु मंडल के मेकावरिपल्ली गांव में सोमवार को लैपटॉप फटने से एक 23 वर्षीय महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर के कमरे में आग लग गई. इस घटना में वह 80 प्रतिशत जल गई. फिलहाल वह अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रही है. बेंगलुरु स्थित मैजिक सॉल्यूशंस में कार्यरत सुमलता नाम की महिला पिछले कुछ महीनों से कोविड-19 महामारी के कारण घर से काम कर रही हैं.
उनके माता-पिता वेंकट सुब्बा रेड्डी और लक्ष्मी नरसम्मा ने कहा, ‘हमारी बेटी ने हमेशा की तरह अपने बेडरूम में सुबह 8 बजे अपनी शिफ्ट शुरू की. जब वह लैपटॉप अपनी गोद में रखकर काम कर रही थी, तभी उसमें विस्फोट हो गया. उसके कमरे से धुंआ निकलता देख हम अंदर पहुंचे. वह बिस्तर पर बेहोश पड़ी थी और बुरू तरह झुलसी हुई थी. इसके बाद हमने घर की बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया.’सुमलता को पहले स्थानीय अस्पताल में, फिर वहां से तिरुपति के बड़े अस्पताल ले जाया गया. वह बर्न यूनिट में भर्ती है और उसको होश आ गया है. डॉक्टरों ने फिलहाल सुमलता की हालत नाजुक बताई है. बी कोडुरु की एसआई नसरीन ने कहा कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस को संदेह है कि विस्फोट बिजली के शॉर्ट-सर्किट से हुआ था, लेकिन सुमलता के परिवार के सदस्यों का कहना है कि लैपटॉप की बैटरी के अधिक गर्म होने के कारण भी विस्फोट हो सकता है. चॉर्जिंग पोर्ट में समस्या या शॉर्ट सर्किट के कारण, या ज्यादा देर इस्तेमाल करने से लैपटॉप ओवरहीट हो जाता है. लैपटॉप को ओवरहीट से बचाने के लिए उसके अंदर पंखे लगे होते हैं. कई बार जब उन पंखों के वेंट बंद हो जाते हैं और हवा ठीक से पास नहीं हो पाती है, तो लैपटॉप गर्म हो जाता है. ऐसे में लैपटॉप यूज करते समय उसके नीचे कोई पैड रख लेना चाहिए, जिससे हवा पास होने के लिए वेंट खुले रहें. ओवरहीट होने पर कुछ देर के लिए लैपटॉप को बंद करके रखना चाहिए. ऐसा करने से आप किसी अनहोनी से बच सकते हैं.