ABC NEWS: सरसैया घाट पर प्रस्तावित पुल की डिजाइन और प्रोजेक्ट की प्राथमिक प्रोजेक्ट रिपोर्ट सेतु निगम की ओर से मंडलायुक्त को सौंप दी गई है. अब अगले हफ्ते होने वाली उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति की बैठक में इस प्रोजेक्ट पर चर्चा होगी और फिर उसे शासन और उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को भेजा जाएगा. यह पुल 3.1 किलोमीटर लंबा होगा और इसकी लागत करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये आएगी. पुल पूर्ण रूप से एलीवेटेड होगा. गंगा के डूब क्षेत्र की तरफ एप्रोच रोड नहीं बनेगी. इसे सीधे ट्रांसगंगा सिटी के पास बैराज- शुक्लागंज मार्ग से जोड़ दिया जाएगा. सरसैया घाट पुल की लागत ट्रांसगंगा सिटी के भूखंडों की दर में जुड़ी हुई है.
इसके निर्माण की जिम्मेदारी उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण की है और शारदीय नवरात्र में पुल का शिलान्यास करने का लक्ष्य औद्योगिक विकास मंत्री की ओर से रखा गया है. पिछले दिनों मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर के आदेश पर सेतु निर्माण निगम के महाप्रबंधक राकेश सिंह ने उन्हेंं प्राथमिक प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपी है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पुल पूरी तरह से एलीवेटेड होगा. इसकी लंबाई 3.1 किलोमीटर होगी. गंगा डूब क्षेत्र में एप्रोच रोड नहीं बनेगी. इसे पिलर पर ही ले जाकर सिटी के पास उतार दिया जाएगा. पुल सरसैया घाट के पास बनेगा और चौराहे पर आकर उतर जाएगा. इसके साथ ही महाप्रबंधक ने एक और प्रस्ताव दिया है. उन्होंने कहा है कि इस पुल को मेघदूत तिराहा से मर्चेंट चेंबर के आगे मिलन गेस्ट हाउस तक एक एलीवेटेड रोड बनाकर जोड़ दिया जाए. इससे वीआइपी रोड पर भी जाम खत्म हो जाएगा. अगर एलीवेटेड रोड नहीं बनी तो वीआइपी रोड पर वाहनों का लोड बढ़ेगा और जाम की समस्या और विकट हो जाएगी. वीआइपी रोड पर प्रस्तावित एलीवेटेड रोड फोर लेन होगी और इसकी लागत करीब 1.20 अरब रुपये आएगी. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कचहरी के पास लगने वाले जाम का जिक्र किया है. कहा है कि यहां सामान्य दिनों में भी जाम रहता है और जब सरसैया घाट पुल से वाहन सीधे घाट पर आएंगे तो और जाम लगेगा.