ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) कानपुर के विकास और भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए सिटी डेवलपमेंट प्लान तैयार किया जा रहा है. इसको लेकर जब विजन प्लान का प्रस्तुतीकरण हुआ तो सबसे ज्यादा जोर यूपी कैपिटल रीजन पर दिया गया. इस प्लान के तहत लखनऊ-कानपुर-उन्नाव को उत्तर प्रदेश के कैपिटल रीजन के रूप में विकसित करने पर बल दिया गया, जिससे कि कानपुर में उद्योगों का विकास बेहतर ढंग से हो सके.
सिटी डेवलपमेंट प्लान को लेकर कमिश्नर राज शेखर की अगुवाई में हुई बैठक में बताया गया कि वर्ष 2051 की आवश्यकताओं के अनुसार,कन्सल्टेन्ट मेसर्स ट्रैक्टेबल इंजीनियरिंग कर रहा है. इसी को लेकर विजन प्लान पेश किया गया. इस दौरान केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने 2051 की आबादी को देखते हुए कैपिटल रीजन डेवलप करने पर बल दिया. बैठक में न्यू कानपुर सिटी योजना के साथ नॉलेज सिटी विकसित करने की बात कही गई. चकेरी के निकट लाॅजिस्टिक्स एण्ड हाॅस्पिटेलिटी हब और साउथ सिटी में नये उद्योगों के लिये सुविधायें विकसित किये जाने को दूरगामी विकास के लिये उपयोगी बताया गया. इस प्रेजेंटेशन में लखनऊ एयरपोर्ट और कानपुर एयरपोर्ट को रैपिड रेल मेट्रो से जोड़ने पर भी मंथन हुआ. इसके अलावा बिठूर के पौराणिक महत्व को और व्यापक रूप में प्रचारित करने, अयोध्या धाम से सीधे जोड़े जाने तथा इसे विशेष पौराणिक व पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने को लेकर चर्चा हुई. बैठक में कमिश्नर ने शहर के प्रमुख मार्गो का रोड सेफ्टी आडिट कराने के निर्देश दिए. इसके अलावा मेट्रो का और अधिक विस्तार करके मास पब्लिक ट्रान्सपोर्ट सिस्टम का दायरा बढ़ाये जाने का प्रस्ताव दिया गया. प्रस्तावित रिंग रोड के राजमार्ग से मिलान बिन्दुओं पर हर राज्य मार्ग पर बस स्टेशन व लाॅजिस्टिक्स पार्क विकसित किये जाने हेतु चर्चा की गयी. कानपुर शहर में वाहनों के आवागमन एवं उससे लगने वाले जाम को ध्यान में रखते हुये शहर के बाहरी क्षेत्रों में ट्रकों की पार्किंग, लोडिंग व अनलोडिंग की सुविधा पे एण्ड यूज पद्धति पर विकसित किये जाने का भी प्रस्ताव दिया गया.