ABC NEWS: कार्तिक मास की अमावस्या के दिन गुरुवार को श्रद्धा और उल्लास के साथ रोशनी और उल्लास का पर्व दीपावली मनाया जाएगा. दीपावली को लेकर ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बना है. एक ही राशि में सूर्य, बुध, मंगल और बुध होने से चतुग योग का संयोग बना है. चार ग्रहों के होने से चतुग्र्रही योग व महालक्ष्मी योग के दुर्लभ संयोग में मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना होगी. दोनों योग दीपावली के पूरे दिन से रात तक मान्य रहेगा. ज्योतिष आचार्य पीके युग ने पंचांगों के हवाले से बताया कि अमावस्या तिथि का आरंभ चार नवंबर को सुबह 6.03 बजे से होगा. तिथि पांच नवंबर दोपहर 2.44 बजे तक रहेगी. दीपावली की रात मां काली की पूजा अर्चना निशीथ काल में होगी.
पूजन मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11.46 बजे से दोपहर 12.33 बजे तक
- महानिशीथ काल – रात्रि 11.38 बजे से 12.30 बजे तक
- वृष लग्न – शाम 6.03 बजे से रात्रि 8.10 बजे तक
- सिंह लग्न – रात्रि 12.40 से लेकर 3.02 बजे तक
- वृश्चिक लग्न – सुबह 6.57 बजे से रात्रि के 9.20 बजे तक
- कुंभ लग्न – दोपहर 1.05 बजे से 2.27 बजे तक